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धमाका बड़ी खबर: माधव चोक चाबी घर पर बिजली कटौती के विरोध में हरिओम ने धरना देकर किया प्रदर्शन, कॉलोनियों से लेकर बाजारों में घंटों गुल हो रही बिजली, बाजार ठप

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शुक्रवार, 23 जून 2023

SHIVPURI शिवपुरी। नगर में बिजली की अघोषित कटौती से हलाकान लोग अब सड़कों पर उतर आए हैं। घरों से लेकर बाजारों तक अंधकार पसरा हुआ हैं। गोतम विहार में दो दिन तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया। गांधी चौक, माधव चोक, सदर बाजार में घंटो बिजली गुल हो रही हैं। प्रिय दर्शनी नगर कल के बाद आज भी अंधकार में डूबी हैं। नतीजे में शुक्रवार की देर शाम नगर के चाबी घर के सामने बिजली कटौती के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए और सड़क पर एक घंटे तक जाम के हालात बने रहे। दरअसल बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास व्यवसाई हरिओम राठौर हटियन ने सड़क पर बिजली कटौती के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सैकड़ों लोगों के साथ वे बिजली कंपनी के चाबी घर कार्यालय पहुंचे लेकिन जब कोई अधिकारी नहीं मिले तो वे धरने पर बैठ गए। 
हर दिन अंधकार, लोग परेशान व्यापार ठप
नगर के बाजार और घरों में रोज अंधेरा पसरा रहता हैं। दो दिन से बाजार में चार चार घंटे बिजली गुल हो रही हैं आज भी बाजार में अंधकार रहा। शादियों के अंतिम सीजन में काम प्रभावित हो रहे हैं। जिससे व्यवसाई खासे नाराज हैं और आने वाले चुनाव में डोज देने की बात कह रहे हैं। 
साल भर मेंटिनेंस की कटौती ऊपर से अघोषित
लोगों ने बताया की बिजली कंपनी पूरे साल बिजली संधारण के नाम पर बिजली काटने लगी हैं जरा से पत्ते हिल जाए तो बिजली बंद कर दी जाती हैं। अघोषित कटौती को ऊपर से लोड सेटिल का नाम दिया जाता हैं। 













धमाका डिफरेंट: आजादी के पहले से आज भी हालात, मुक्तिधाम बिना टीन शेड का, अंतिम संस्कार के बीच आई तेज बारिश तो तिरपाल लगाकर करना पड़ा अंतिम संस्कार Dhamaka Different: Situation even before independence, Muktidham without tin shed, heavy rains came in the middle of the last rites, then the last rites had to be performed with a tarpaulin

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Dhamaka Different: Situation even before independence, Muktidham without tin shed, heavy rains came in the middle of the last rites, then the last rites had to be performed with a tarpaulin
SHIVPURI शिवपुरी। कहते हैं आजादी से पहले देश में कोई इंतजाम नहीं हुआ करते थे लेकिन आज कई सालों बाद भी जब ऐसे नजारे देखने मिलें तो क्या कहिएगा। दरअसल सरकार के तमाम दावों की पोल एक बोलती तस्वीर ने खोलकर रख दी हैं। ग्राम में हुई एक मौत के बाद लोग अंतिम संस्कार के दौरान आई बारिश से संकट में आ गए। बारिश नहीं रुकी तो लोगों ने बाजार से तत्काल तिरपाल का इंतजाम किया।
कुछ लाठियो का इंतजाम किया गया फिर करीब दो घंटे तक ग्रामीण बारिश के बीच इसी तिरपाल में अंतिम संस्कार करते रहे।  सवाल ये हैं की कई बार ये नजारे सामने आए हैं और हर बार बड़ी बड़ी घोषणाएं होती रही हैं लेकिन कौन हैं वो कफन चोर जो सिस्टम की नाकामी के ठेकेदार बने बैठे हैं। क्यों उनकी आंखों में पानी नहीं आता। क्या उनके अपने भी इसी दर्दीले तरीके से मुक्तिधाम में जलाए जाते हैं। 
आपको बता दें की ये मामला है शिवपुरी जिले की जनपद पंचायत करैरा के वार्ड क्रमांक 7 से सदस्य रामहेत गुर्जर की मां शबू बाई का। जिनका शुक्रवार को 63 साल की उम्र में देहांत हो गया, और अंतिम संस्कार गृहगांव दिदावली में होना था। रामहेत गुर्जर अंतिम संस्कार में शामिल होने दिदावली गांव के मुक्तिधाम पहुंचे थे। दिदावली के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया करते हुए जनपद सदस्य रामहेत गुर्जर ने अपनी मां को मुखाग्नि दी ही थी कि इतने में तेज बारिश होने लगी, जिसके चलते आनन-फानन में गांव से तिरपाल मंगाई गई और उसी त्रिपाल के नीचे चिता को जलाया गया। बारिश के दौरान चिता जलती रही। इधर, ग्रामीण त्रिरपाल को लाठियों के सहारे पकड़े रहे। जैसे-तैसे अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन बारिश के कारण शव पूरी तरह नहीं जल सका। इस घटना से ग्रामीणों में रोष देखा गया। अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे करैरा जनपद वार्ड क्रमांक 6 के सदस्य मोनू परिहार ने प्रशासन से जल्द से जल्द दिदावली गांव के मुक्तिधाम पर टीन शेड की व्यवस्था करने की मांग की है। मोनू परिहार का कहना है कि बारिश के समय लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। मानसून आने से पहले प्रशासन यहां टीनशेड की व्यवस्था करें। उनकी मांग को नहीं माना गया तो वह इसके लिए आंदोलन भी करेंगे।
इधर रोजगार सहायक दिनेश पाल का कहना है कि साल 2006 में दिदावली गांव के मुक्तिधाम का निर्माण कराया गया था। इसके बाद से यहां मेंटेनेंस नहीं हुआ। इसके लिए इंजीनियर को भी अवगत करा दिया गया था। हालांकि दिदावली गांव से 1 किलोमीटर दूर मणियन गांव में एक मुक्तिधाम बनाया गया है। फिर भी जल्द ही इसका एस्टीमेट बनाकर इंजीनियर को दिया जाएगा। दिदावली गांव में मुक्तिधाम पर टीनशेड की व्यवस्था कराने का प्रयास करेंगे।














धमाका डिफरेंट: एक घंटे का वर्कआउट आपके दिन का 4% है, अब कोई बहाना नहीं: कोच निखिल चौकसे, नई कैंपेन लेकर हाजिर हैं कोच निखिल

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SHIVPURI शिवपुरी। जिले में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो निखिल चैंप्स अकादमी Nikhil' S Champ Academy से परिचित न हो। युवा कोच निखिल चौकसे जिन्होंने अपनी इस अकादमी के संचालन के दौरान पिछले 20 वर्षों से शिवपुरी क्लब में बच्चों को टेबल टेनिस एवं बैडमिंटन का प्रशिक्षण प्रदान किया है। बेहद गर्व का विषय हैं की अकादमी ने राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 30 खिलाड़ी एवं राज्य स्तर पर लगभग 300 खिलाड़ी एवं संभाग स्तर पर अधिकतम खिलाड़ी ग्वालियर संभाग में दिए हैं।
ये खिलाड़ी इसी अकादमी से खेलकर शिवपुरी शहर का नाम हर साल रोशन करते हैं। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है की शिवपुरी में में level-1 कोच निखिल चौकसे के रूप में हमारे बीच उपलब्ध है जो हर साल खिलाड़ियों को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता के लिए तैयार कर रहे हैं एवं बैडमिंटन एवं टेबल टेनिस के खिलाड़ियों को राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता का मंच प्रदान कर रहे हैं। 
नई कैंपेन लेकर हाजिर हैं कोच निखिल
आज निखिल एक नई कैंपेन की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसमें वे बच्चे, युवाओं को ही नहीं बल्कि उनके माता पिता को भी जोड़ने जा रहे हैं। उनका कहना हैं की सेहत हैं तो सब कुछ हैं और सेहतमंद रहने के लिए वर्क आउट आवश्यक हैं। एक घंटे का वर्कआउट आपके दिन का 4% है, इसलिए अब कोई बहाना नहीं बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को हर दिन कुछ न कुछ खेल, योग, दौड़ आदि करना चाहिए जिससे सेहत बनी रहे। निखिल की ये फिक्र इसलिए जोरदार हैं की स्कूल खुलते ही बच्चे किताबो में खो जाते हैं जबकि शिक्षा के साथ खेल भी उतने ही आवश्यक हैं। उन्होंने कहा की शिवपुरी क्लब घर पर या किसी भी ग्राउंड पर हर दिन एक घंटा अपनी सुविधानुसार जरूर बिताए। 














कल 24 को कोलारस में बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए बाल आयोग का कैम्प

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कोलारस। बच्चों को उनके अधिकार दिलाना सरकार और प्रशासन दोनों का कर्तव्य है। यदि बच्चों को उनके अधिकार नहीं मिलते तो उनका विकास प्रभावित होता है। बच्चों का विकास प्रभावित होना सामाजिक विकास की बाधा है। हर बच्चे को बगैर किसी भेदभाव के शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा, विकास के अवसर और सहभागिता का अधिकार मिलना ही चाहिए। सामाजिक उपेक्षा या प्राकृतिक आपदा से पीड़ित बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले यह जरूरी है।
बच्चों की उनके अधिकारों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की बैंच 24 jun को कोलारस में लगेगी। इस बैंक में जिले के ऐसे जरूरतमंद बच्चों के मामलों की सुनवाई की जाएगी, जिन्हें अपने अधिकारों को प्राप्त करने में कठिनाई है। शिक्षा, स्वस्थ, सुरक्षा या पोषण संबंधी कोई समस्या है। किसी भी प्रकार का शोषण हो रहा है, पात्रता के बावजूद भी किसी योजना के लाभ नहीं मिल पा रहा है, वे सभी बच्चे इस कैम्प में अपनी समस्या लेकर आ सकते है। 
बच्चों से जुड़े अन्य विषयों को भी सुनेगी पीठ
इस शिविर में बच्चों से जुड़े अन्य मुद्दों को भी सुना जाएगा। बच्चों को नशे की ओर धकेलना, स्कूल या अन्य जगह बच्चों के साथ क्रूरता, बंधुआ मजदूरी, स्कूलों का न खुलना, किताबें या गणवेश न मिलने जैसे विषयों की भी सुनवाई आयोग द्वारा की जाएगी। 
कैम्प में यह सुविधा भी मिलेंगी
कैम्प स्थल पर विभिन्न विभागों की बच्चों से संबंधित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। कैम्प के दौरान बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, दिव्यांग प्रमाण पत्र, दिव्यांग पेंशन एवं उपकरण, आयुष्मान कार्ड, आधारकार्ड एवं खाता खोलने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
कैम्प के दौरान यह रहेंगे मौजूद
कैम्प के दौरान राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य डॉ निवेदिता शर्मा एवं ओंकार सिंह, कलेक्टर रविंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह सहित जिले के सभी जिला एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहेंगे।














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