Shopur श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क kuno national park के प्यासे चीतों को पानी पिलाने वाले ड्राइवर सत्यनारायण को दोबारा नौकरी पर रख लिया गया है। फारेस्ट ड्राइवर को चीतों के पास जाकर पानी पिलाने के जुर्म में कूनों प्रबंधन ने नियमों का उल्लंघन का हवाला देकर ड्राइवर को नौकरी से हटा दिया था। प्रशासन के इस फैसले पर सरकार तक की आलोचना शुरु हो गई। सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव तक ने एमपी सरकार पर तंज कस दिया, वहीं गुर्जर समाज ने चीतों को पानी पिलाने वाले सत्यनारायण गुर्जर को सम्मानित कर दिया। वहीं, मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन ने अपना फैसला वापस लेते हुए सत्यनारायण को दोबारा नौकरी पर रख लिया है। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में प्यासे चीतों को पानी पिलाने वाले ड्राइवर सत्यनारायण का उन्ही के समाज ने मंगलवार को जोरदार सम्मान कर दिया। गुर्जर समाज के समर्थन का एक नतीजा ये नितला कि, कूनो प्रबंधन को मंगलवार को ही अपना फैसला वापस लेना पड़ा और सत्यनारायण को दोबारा नौकरी दे दी गई है।
kuno लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
kuno लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
#धमाका बड़ी खबर: मादा चीता 'ज्वाला' ने शावकों संग किया 6 बकरियों का शिकार, फिर लगी प्यास तो ग्रामीणों ने पिलाया पानी, come come ग्रामीण और चीतों की दोस्ती की अदभुद मिसाल, इधर शिवपुरी में तेंदुआ, टाइगर को दुश्मन समझ रहे लोगों के लिए किसी मिसाल से कम नहीं श्योपुर का ये video
कोई टिप्पणी नहींशनिवार, 5 अप्रैल 2025
10:44 amFemale cheetah 'Jwala' hunted 6 goats with her cubs, then when she felt thirsty, villagers gave her water, a wonderful example of friendship between villagers and cheetahs, here in Shivpuri, this video of Sheopur is no less than an example for the people who consider leopard and tiger as their enemy
Sheopur श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क से एक रोमांचक वायरल video सामने आया है, जिसमें ग्रामीणों और एक नहीं पांच चीतों की अदभुद दोस्ती देखने को मिली है। दरअसल मादा चीता 'ज्वाला' ने अपने शावकों के साथ मिलकर 6 बकरियों का शिकार किया था। शिकार के बाद चीता परिवार ने जंगल में आराम से बैठकर अपने शिकार का आनंद लिया लेकिन जब उन्हें प्यास लगी तो इसका अंदाज ग्रामीणों ने लगाते हुए उन चीतों से बिना डरे इन्हें मिलकर तसले में पानी पिलाया। उन्हें अंग्रेजी में कम कम कहकर पुकारा, क्योंकि वे अफ्रीका से आए हैं और हिंदी न जान पाए हों!
जानकारी के मुताबिक, यह घटना पार्क के सीमावर्ती इलाके की है, जहाँ पास के गांव की बकरियाँ जंगल की ओर भटक गई थीं। इसी दौरान अफ्रीका से लाई गई मादा चीता ज्वाला, जो अपने शावकों को शिकार के गुर सिखा रही है। उसने बकरियों का शिकार किया। फिर जब उन्हें प्यास लगी तो आसपास के ग्रामीणों ने एहसास करते हुए उन्हें ठीक किसी गहरे दोस्त की तरह पानी पिलाया। ये video दोस्ती की एक मिसाल है।
(देखिए video)
शिवपुरी में निगेटिव सोच, समझ रहे दुश्मन
इधर श्योपुर में ग्रामीणों ने चीता को दोस्त बनाने की ठान ली है जबकि शिवपुरी में लोग तेंदुआ, टाइगर को दुश्मन मानकर चल रहे है। कल ही एक तेंदुआ का वीडियो दुश्मन की तरह वायरल हुआ जबकि तेंदुआ या टाइगर देश में जहां भी मौजूद है आज तक किसी इंसान पर अटैक की खबरें सामने नहीं आई। एकाध घटना अपवाद हो सकती है। यानी कि शिवपुरी के लोगों को अपने विचार बदलने होंगे और समझना होगा कि पर्यटन से ही जिले की तस्वीर बदलेगी।
शाम होते होते यूं टर्न , जीप चालक की गई नौकरी
आज सुबह से इस वायरल वीडियो ने धमाल मचाया है, लेकिन ग्रामीण हो या कोई और इस तरह वन्य प्राणियों के पास जाना खतरे का सबब बन सकता है। इसी के चलते जब वीडियो सामने आया तो वन टीम की तंद्रा टूटी। देश के करोड़ों बजट वाले चीता प्रोजेक्ट के जिम्मेदार कितने मुस्तैद हैं एक बार फिर पोल खुली जब पता लगा कि ये पानी ग्रामीण नहीं बल्कि कूनो का स्टाफ पिला रहा था। जिसके चलते इस मामले में चीतों को पानी पिलाने वाले युवक को डीएफओ ने नौकरी से निकाल दिया है। चीतो को पानी पिलाते हुए वीडियो सामने आने पर डीएफओ ने कार्यवाही की। चीतों को पानी पिलाने वाले युवक को डीएफओ ने नौकरी से निकाल दिया। बताया जा रहा है कि रेंज की प्राइवेट गाड़ी के चालक सत्यनारायण गुर्जर को श्योपुर डीएफओ ने नौकरी से हटा दिया। वीडियो रेंज के नाकेदार ने बनाकर किया था वायरल।
#धमाका न्यूज: गुरुग्राम के पर्यटक हेमराज के परिवार को हिरन का पीछा करते दिखे चीता तो ऐसा था रिएक्शन, अब लगातार नजर आने लगे चीता, बढ़े पर्यटक
कोई टिप्पणी नहींश्योपुर। कूनो नेशनल पार्क से लगातार अच्छी खबरों का क्रम जारी है। पर्यटकों को चीता नजर आने लगे हैं। शुक्रवार की सुबह ठीक 6 बजे जब गुरुग्राम के पर्यटक हेमराज अपनी फैमिली के साथ कूनो में थे उसी दौरान जंगल में उन्हें हिरणों का झुंड दिखाई दिया। परिवारजन वाओ कर ही रहे थे कि तभी पीछे से दो चीता इन हिरणों के पीछे जाते नजर आए। हिरणों की संख्या अधिक थी इसलिए चीता उनके पीछे छुपते छुपाते चल रहे थे। ये दृश्य रोमांचकारी था। बता दें कि कुछ दिन पहले भी
(देखिए video)
(देखिए video)
#धमाका_खास_खबर: कूनो के जंगल में हिरणों के झुंड का पीछा करते चीता का जोड़ा देख पर्यटक फैमिली कर उठी वाओ, वाओ, गुरुग्राम के पर्यटक विशाल सेठ और ग्वालियर के अभिषेक सिंह की फैमिली को नजर आया चीता का जोड़ा, video
कोई टिप्पणी नहींरविवार, 30 मार्च 2025
12:42 am#Dhamaka_Special_News: Tourist family exclaimed wow, wow after seeing a pair of cheetahs chasing a herd of deer in Kuno forest, tourist Vishal Seth from Gurugram and Abhishek Singh's family from Gwalior spotted a pair of cheetahs, video
कूनो। देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने श्योपुर जिले के जिस कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीता छोड़े थे अब यह प्रोजेक्ट निरन्तर सफलता की तरफ अग्रसर होता दिखाई देने लगा है। लगातार चीता मौतों की बदनामी से उबरने के बाद शावकों के जन्म के साथ मिलना शुरू हुई अच्छी खबरें तब और अधिक वायरल होने लगीं जब भारत में जन्में चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया। अब ये चीता हर दिन किसी न किसी को दिखाई देने लगे है जिससे चीता सफारी के नए सफर की शुरुआत हो गई है। इसी क्रम में कूनो के जंगल में हिरणों के झुंड का पीछा करते चीता का जोड़ा देख पर्यटक फैमिली कर वाओ, वाओ कर उठी। गुरुग्राम के पर्यटक विशाल सेठ और ग्वालियर के अभिषेक सिंह की फैमिली को ये चीता का जोड़ा अलग अलग दिन नजर आया है। (देखिए video)
गुरुग्राम के पर्यटक विशाल सेठ को कल तो आज ग्वालियर के अभिषेक सिंह की फैमिली को नजर आया चीता जोड़ा
कल के बाद आज सुबह भी पर्यटकों को चीता जोड़ा दिखाई दिया है। इसी क्रम में
कूनो नेशनल पार्क में शुक्रवार 28 मार्च को सुबह पर्यटक विशाल सेठ गुरुग्राम vishal seth from gurugram को चीता जोड़े में नजर आया उनकी फैमिली वाओ करती दिखी। ठीक इसी तरह शनिवार की सुबह ग्वालियर निवासी अभिषेक सिंह की फैमिली abhishek singh family'l को भी चीता का जोड़ा दिखाई दिया। खास बात ये थी कि चीता अपने शिकार के मिशन पर एक हिरणों के झुंड की तरफ नज़रे गढ़ाए आगे बढ़ रहा था। इस तरह अब कुनो नेशनल पार्क में चीते देखे जाने की खबरें लगातार मिल रही हैं। तभी से जब कुनो नेशनल पार्क में चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया है।
कुनो नेशनल पार्क में चीतों के दिखने से पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। कुनो नेशनल पार्क में चीतों के दिखने से रोज़गार के अवसर भी पैदा हुए हैं।
कुनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए गाइड ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चल रहे हैं।
रण थंबोर नेशनल पार्क के टाइगर से मिलकर कूनो के चीता देखकर शिवपुरी में पर्यटक सुनेंगे माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की दहाड़
अब वो दिन दूर नहीं जब एक नया टूरिस्ट सर्किट बनकर तैयार होगा। पर्यटक रण थंबोर के टाइगर से मिलकर कूनो के चीता से मिलेंगे फिर शिवपुरी में आकर माधव टाइगर रिजर्व के बाघों की दहाड़ सुना करेंगे। पर्यटन के रास्ते से रोजगार की नई इबारत लिखी जाना तय है। बस लोगों को अपनी संकीर्ण सोच से बाहर निकलने की आवश्यकता है। उन्हें याद रखना चाहिए कि रण थंबोर, कार्बेट, पन्ना, पेंच टाइगर रिजर्व इलाकों में देश विदेश के पर्यटक पहुंचते है और वहां टूरिज्म एक बड़ा व्यापार है जो किसी भी उद्योग की परिकल्पना को पीछे छोड़ने में समर्थ है।
#धमाका बड़ी खबर: चीतों ने जनता की मौजूदगी में दो गाय के बछड़ों पर अटैक की कोशिश की तो ग्रामीणों ने खदेड़ा, वायरल video
कोई टिप्पणी नहींमंगलवार, 25 मार्च 2025
9:16 amश्योपुर। कूनो नेशनल पार्क से छोड़े गए चीते अभी तक अपनी टेरेटरी नहीं बना पाए हैं जिसके फेर में जंगल जंगल भटक रहे हैं। इसी के चलते जब 5 चीता ग्राम वीरपुर पहुंचे तो वे कौतूहल का विषय बन बैठे। उन्हें देखने वन टीम के साथ ग्रामीण मौजूद रहे। जब इन चीतों ने जनता की मौजूदगी में गाय के बछड़ों और भैंस के पाड़े पर अटैक की कोशिश की तो ग्रामीणों ने बमुश्किल चीतों को खदेड़ा। इस सारे माजरे का VIDEO धमाका लेकर हाजिर है। जो वीरपुर तहसील के तेलीपुरा गांव में पांच चीते देखे जाने का है।स्थानीय किसान ने इस लम्हे का वीडियो बनाया है जो वायरल हो रहा है। बता दें कि कूनो पार्क से निकलकर चीता ज्वाला अपने 4 शावकों के साथ वीरपुर क्षेत्र में पहुंच गई है। सोमवार को उसने दो बार शिकार करने की कोशिश की। पहली बार उसने गाय के बछड़े को दबोचा, दूसरी बार भैंस के पाड़े को पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन दोनों बार ग्रामीणों ने पथराव कर चीतों को भगा दिया। गौरतलब है कि ज्वाला को 18 फरवरी को खुले जंगल में छोड़ा गया था। चीता दल पहले खजूरी वन क्षेत्र में रहा, फिर श्यामपुर पहुंचा। कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर. थिरुकुराल ने कहा-मैं लोकेशन तो नहीं बता पाऊंगा, लेकिन यह सच है कि ज्वाला और उस्नके शावक शिकार नहीं कर पाए हैं।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)