- पुलिस की कार्रवाई से याद आये रामबाबू दयाराम
-शिवपुरी पुलिस के हत्थे चढ़ा 8 हजार का इनामी - अंतर्राज्यीय इनामी डकैत मुठभेड़ में हुआ गिरफ्तार
- डकैत की गिरफ्त से 24 घण्टे के अन्दर कराया अपहृत मुक्त
शिवपुरी। बीती शाम एक खबर वायरल हुई कि डकैतों ने 2 चरवाहे का अपहरण कर लिया। 1 को रिहा कर बड़ी रकम की फिरौती मांगी तो कोलारस पुलिस हरकत में आई। सुबह तब हुई जब मध्यप्रदेश और राजस्थान पुलिस के वांटेड 80 हजारी एक डकैत को मुठभेड़ में पकड़ लिया बल्कि कब्जे से अगवा किये चरवाहे को भी पुलिस सकुशल ले आई। काम पीठ थपथपाने वाला है। एसपी राजेश चन्देल व टीम को बधाई। लेकिन इस किडनैपिंग ने डकैत रामबाबू दयाराम के जमाने की याद ताजा कर दी। तब किडनैप होते थे। लंबे दिनों तक पुलिस जंगल की खाक छानती थी। तब कहीं पकड़ वो भी फिरौती देकर लौटती थी। इस घटना में कामयाबी के 24 घण्टे में मिल गई।
ये थी घटना, ऐसे हुई मुठभेड़
1 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे थाना कोलारस पर सूचना प्राप्त हुई थी कि बीसभुजी माता मंदिर के जंगल से एक डेरा वाले का तीन बंदूकधारी बदमाशों ने अपहरण कर लिया है एवं 10 लाख रू की फिरोती मांबी है जिस पर थाना कोलारस अपराध क्रमांक 490/20 धारा 364-ए आईपीसी एवं 11, 13 एमपीडीपीके एक्ट का कायम कर तत्काल सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन अविनाश शर्मा के निर्देशन एवं
पुलिस अधीक्षक शिवपुरी राजेश सिंह चंदेल के मार्गदर्शन में थाना कोलारस, बदरवास और रन्नौद एवं ऐडी टीम के फोर्स को तत्काल मौके पर भेजकर जंगल सर्चिंग शुरू की गई। अति. पुलिस अधीक्षक प्रवीण भूरिया एवं एसडीओपी अमरनाथ वर्मा के दिशा-निर्देशन में कार्य करते हुए थाना प्रभारी कोलारस संजय मिश्रा द्वारा अपहृत एवं आरोपियों की तलाश पतारसी हमाराही फोर्स के साथ कर रहे थे। तभी एक ग्रामीण द्वारा बताया गया कि सिंध नदी के किनारे तीन बदमाश रायफल लिये हुये दिखे थे, जिनके साथ एक पकड़ भी थी, उसके हाथ बंधे हुये थे जिसे धक्का देते हुये टीला के जंगल तरफ ले जा रहे थे। उक्त सूचना से वरिष्ठ अधिकारियो को अवगत कराकर ग्रामीण द्वारा बताये गये स्थान की तरफ रात में ही सर्चिंग की गई एवं संभावित पानी के स्त्रोत पर एम्बुस करने लगे, सुबह करीब 6 बजे तक एम्बुस करने के बाद सावधानी पूर्वक नदी किनारे सर्चिंग आरंभ की। प्रातः लगभग 7ः15 बजे सर्चिंग पार्टी में आगे चल रहे उनि ब्रजमोहन रावत को एक व्यक्ति हाथ मे बंदूक एवं दूसरे हाथ मे पानी की कट्टी लेकर नदी तरफ आता दिखा, जिसके हाथ मे बंदूक होने से बदमाश होने की आशंका होने से ब्रजमोहन रावत ने खुद को पेड़ की ओट मे छिपाते हुये पीछे आ रही सर्चिंग पार्टी को सचेत किया तो पूरी टीम ने भी पेङ एवं पत्थरो की आड़ लेकर छिपा लिया। तभी वह व्यक्ति नदी से पानी भरकर चलने लगा तो सर्चिंग पार्टी के सदस्य भी ब्रजमोहन रावत के पीछे-पीछे अपने आप को छिपाते हुये व्यक्ति की दिशा मे बढ़ने लगे, लगभग 50 मीटर चलने के बाद देखा तो एक व्यक्ति जिसके हाथ बंधे हुये थे सिंध नदी किनारे पेड़ के नीचे बैठा था एवं उसके पास दूसरा व्यक्ति बंदूक लेकर बैठा था तथा एक अन्य व्यक्ति चट्टान पर खड़े होकर पहरेदारी कर रहा था। उक्त व्यक्तियों के बदमाश एवं उनके पास अपहृत होने का भरोषा होने पर थाना प्रभारी कोलारस द्वारा मनीष जादौन, सउनि प्रवीण त्रिवेदी, प्रआर देवेन्द्र एवं आरक्षक चंद्रभान को उनको घेरने का इशारा कर अपने आप को छुपाते हुये आगे बढ़ने लगा। तभी पहरेदार बदमाश की नजर पुलिस टीम पर पड़ी और उसने अपने साथियों को चिल्लाकर सतर्क करते हुये पुलिस टीम की तरफ जान से मारने की नियत से फायर किये, तब पुलिस टीम द्वारा बदमाशों से आत्मसमर्पण करने ललकारा तो दोनों बदमाश पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से अंधाधुन्ध फायरिंग करने लगे। पुलिस द्वारा डकैतों की ओर आत्मरक्षा में जवाबी कार्यवाही की गई। मुठभेड़ के दौरान अपहृत को मुक्त कराकर एक डकैत को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर मप्र व राजस्थान शासन की ओर से कुल 80,000 रूपये का इनाम घोषित है। डकैत के कब्जे से 303 बोर मार्क 3 रायफल एवं 26 कारतूस अपने कब्जे मे लेकर डकैत के कब्जे से मिली 303 बोर रायफल एवं 26 जिंदा राउंड मय बिल्डोरिया घटना स्थल से मिले हैं। दो डकैत पत्थर एवं जंगल का लाभ उठाकर भाग गए हैं जिनकी सर्चिंग अभी जारी है।
पुलिस अधीक्षक शिवपुरी राजेश सिंह चंदेल के मार्गदर्शन में थाना कोलारस, बदरवास और रन्नौद एवं ऐडी टीम के फोर्स को तत्काल मौके पर भेजकर जंगल सर्चिंग शुरू की गई। अति. पुलिस अधीक्षक प्रवीण भूरिया एवं एसडीओपी अमरनाथ वर्मा के दिशा-निर्देशन में कार्य करते हुए थाना प्रभारी कोलारस संजय मिश्रा द्वारा अपहृत एवं आरोपियों की तलाश पतारसी हमाराही फोर्स के साथ कर रहे थे। तभी एक ग्रामीण द्वारा बताया गया कि सिंध नदी के किनारे तीन बदमाश रायफल लिये हुये दिखे थे, जिनके साथ एक पकड़ भी थी, उसके हाथ बंधे हुये थे जिसे धक्का देते हुये टीला के जंगल तरफ ले जा रहे थे। उक्त सूचना से वरिष्ठ अधिकारियो को अवगत कराकर ग्रामीण द्वारा बताये गये स्थान की तरफ रात में ही सर्चिंग की गई एवं संभावित पानी के स्त्रोत पर एम्बुस करने लगे, सुबह करीब 6 बजे तक एम्बुस करने के बाद सावधानी पूर्वक नदी किनारे सर्चिंग आरंभ की। प्रातः लगभग 7ः15 बजे सर्चिंग पार्टी में आगे चल रहे उनि ब्रजमोहन रावत को एक व्यक्ति हाथ मे बंदूक एवं दूसरे हाथ मे पानी की कट्टी लेकर नदी तरफ आता दिखा, जिसके हाथ मे बंदूक होने से बदमाश होने की आशंका होने से ब्रजमोहन रावत ने खुद को पेड़ की ओट मे छिपाते हुये पीछे आ रही सर्चिंग पार्टी को सचेत किया तो पूरी टीम ने भी पेङ एवं पत्थरो की आड़ लेकर छिपा लिया। तभी वह व्यक्ति नदी से पानी भरकर चलने लगा तो सर्चिंग पार्टी के सदस्य भी ब्रजमोहन रावत के पीछे-पीछे अपने आप को छिपाते हुये व्यक्ति की दिशा मे बढ़ने लगे, लगभग 50 मीटर चलने के बाद देखा तो एक व्यक्ति जिसके हाथ बंधे हुये थे सिंध नदी किनारे पेड़ के नीचे बैठा था एवं उसके पास दूसरा व्यक्ति बंदूक लेकर बैठा था तथा एक अन्य व्यक्ति चट्टान पर खड़े होकर पहरेदारी कर रहा था। उक्त व्यक्तियों के बदमाश एवं उनके पास अपहृत होने का भरोषा होने पर थाना प्रभारी कोलारस द्वारा मनीष जादौन, सउनि प्रवीण त्रिवेदी, प्रआर देवेन्द्र एवं आरक्षक चंद्रभान को उनको घेरने का इशारा कर अपने आप को छुपाते हुये आगे बढ़ने लगा। तभी पहरेदार बदमाश की नजर पुलिस टीम पर पड़ी और उसने अपने साथियों को चिल्लाकर सतर्क करते हुये पुलिस टीम की तरफ जान से मारने की नियत से फायर किये, तब पुलिस टीम द्वारा बदमाशों से आत्मसमर्पण करने ललकारा तो दोनों बदमाश पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से अंधाधुन्ध फायरिंग करने लगे। पुलिस द्वारा डकैतों की ओर आत्मरक्षा में जवाबी कार्यवाही की गई। मुठभेड़ के दौरान अपहृत को मुक्त कराकर एक डकैत को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर मप्र व राजस्थान शासन की ओर से कुल 80,000 रूपये का इनाम घोषित है। डकैत के कब्जे से 303 बोर मार्क 3 रायफल एवं 26 कारतूस अपने कब्जे मे लेकर डकैत के कब्जे से मिली 303 बोर रायफल एवं 26 जिंदा राउंड मय बिल्डोरिया घटना स्थल से मिले हैं। दो डकैत पत्थर एवं जंगल का लाभ उठाकर भाग गए हैं जिनकी सर्चिंग अभी जारी है।
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