शिवपुरी। श्री राम मंदिर के निर्माण को लेकर देश उत्सहित है। इस बीच यहां उस प्रसंग का उल्लेख कर रहे हैं जो राम मंदिर के लिए लड़ी लड़ाई के समय का है। आलोक बिंदल की कलम से आइये देखें वह यादगार पल।
'आज रूबरू कराता हूं आपको उस रामभक्त से, जो कि कारसेवक का किरदार निभाते-निभाते हम लोगों के लिए देवतुल्य बन गया है, मेरा यह संस्मरण आज कुछ ज्यादा ही लंबा है, परन्तु संयम रखिए, में आपका परिचय ऐसे रामभक्त से करा रहा हूं कोलारस और शिवपुरी को तो छोड़िए, दूर दूर तक आपको ऐसे कम ही महापुरुष मिलेंगे, जिनकी चरणरज, काश हमारे माथे का चंदन बन पाती।
वर्ष 1990 की कारसेवा में हमारे साथी सम्मानित श्री लाड़ली प्रसाद जी गुप्ता, जिन्हें कोलारस का हर प्रबुद्ध नागरिक लाड़ली सेठ के नाम से जानता है, ऊपर से जितने आम दिखते है, राम मंदिर के निर्माण संकल्प को लेकर उतने ही खास है, ये हमारे सम्पूर्ण क्षेत्र की वो एक मात्र शख्शियत और विरासत है जिनकी संकल्प सिद्धि के आगे सबका कद बौना है, मुझे आज भी याद है जब हम सभी 11 कारसेवक 7 नवंबर 1990 को फैजाबाद से चलकर 🚂गुना जंगशन पर उतरे, तो किसी भी कारसेवक के पैर में चप्पल नहीं थी, खेर कोलारस में आयोजित सम्मान समारोह में श्री लाडली सेठ को छोड़कर, बांकी सभी कारसेवकों को ये समझा बुझाकर चरण पादुकाएं 🥾🥾🥾पहना दी गई की आपके उद्देश्य का प्रारब्ध हुआ है तो मंदिर निर्माण भी पूर्णता को अवश्य ही प्राप्त करेगा, परन्तु जो सीधा प्रभु श्रीराम से संवाद कर रहा हो, वो भला कब मानने वाला था, जिसकी जिव्हा पर बैठी मां सरस्वती की एक ही रट ... सोंगंध राम की खाते है, 🛕🛕🛕हम मंदिर वहीं बनाएंगे ? ... आज इस बात को लगभग 30 वर्ष हो चुके हें, लाड़ली भाई साहब ने चप्पले छोड़ दी तो फिर पहनी ही नहीं ।
और आज जब समर्पण निधि के बाबत जब उनके निवास पर हम पहुंचे, तो जनाब फरमाते है कि अभी तो केवल भूमि पूजन हुआ है, प्राण प्रतिष्ठा का भी इन्तजार करो। और अब हम बात करते लेते है हमारे कर्तव्यों - दायित्वों और संकल्पों की, में तो आज ही अपने साथी रामभक्तों और आप सबकी और से लाड़ली भाई साहब की चरण वंदना🦵🦵🦵 कर ये संकल्प लेकर आया हूं, की आपने चप्पल नहीं पहनी तो अब हम आपको खुद पहिनने भी नहीं देंगें, एक दिन ऐसा भी आयेगा एक बड़ा समारोह होगा और हर गली और मोहल्ले से निकली रामभक्तों की टोलियां👯🧑🤝🧑👭👬👫 चरण पादुकाएं 🦶🦶🦶लेकर अपनी बारी का इंतजार करेंगी ?.... जय जय श्रीराम🙏🙏🙏🙏 आज आपको भी सौगंध है, श्री लाड़ली सेठ के सम्मान में जहां भी मौका लगे सोशल मीडिया को राम रंग से रंग डालो, 🙏🙏🙏🙏 जय जय श्रीरामर पल।'

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