डॉक्टर कोल उठाते, ना एम्बुलेंस आती, गौसेवक होते है परेशान
कल शाम 6 बजे सुभाष राठौर ने जय बजरंग गौसेवा समिति के गौसेवक रुद्रप्रताप सिंह को सूचना दी कि बड़ी सब्जी मंडी मे एक बछड़ा बीमार अवस्था में पड़ा हुआ सूचना मिलते ही गौसेवक रुद्रप्रताप सिंह और सौरव कुशवाह बड़ी सब्जी मंडी बछड़े के पास पहुंचे तो देखा कि बछड़े के पैर में घाव हो गया है जिसके कारण वह खड़ा नहीं हो पा रहा और भूख प्यास से कमजोर हो गया है फिर उसकी बिठारकर उसके लिए सब्जी मंडी से सब्जी लेकर उसको खिलाया और सरकारी चिकित्सको को कोल किया लेकिन किसी भी चिकित्सक ने कोल नहीं उठाया फिर गौसेवकों ने प्राइवेट डॉक्टर बुलाकर उसका प्राथमिक उपचार करवाया।बछड़े की हालत अधिक खराब होने से वह जमीन पर पड़ा हुआ था अकेला छोड़ देने से रात्रि में कुत्ते उसे खा लेते और ठंड भी होने से हालत अधिक खराब हो जाती।
कुत्ते और ठंड से बचाने के लिए उसे गौशाला भिजवाने के लिए एम्बुलेंस ड्राईवर को कोल किया लेकिन वह नहीं आया तो गौसेवकों और स्थानीय युवाओं ने स्वयं ही चंदा करके लोडिंग वाहन बुलाया और बीमार बछड़े को रात्रि में देवरी गौशाला लेकर गए लेकिन वहां भी गेट नहीं खोला गया बाद में गेट खुला फिर कहने लगे कहां से लाए हो कोई अंदर नहीं आ सकता है एम्बुलेंस चालू हे फिर उससे क्यों नहीं भेजा फिर गार्ड से निवेदन करने के बाद बड़ी मुश्किल से बछड़े को अंदर लेकर गए और मे स्वयं ही गौसेवकों ने उसे लोडिंग वाहन से उतारा। गौशाला मे न तो कोई भी कर्मचारी था जो गाय की देखभाल कर सके,उसको लोडिंग वाहन से नीचे उतार के उसे रख सके और ना कोई डॉक्टर जो उसका उपचार कर सके। बछड़े को गौशाला छोड़ने वाले गौसेवक रुद्रप्रताप सिंह, सुभाष राठौर, दीपू राठौर, विनीत,राहुल दिक्षित, सौरभ कुशवाह आदि।

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