शिवपुरी। जन्म लेते ही शिशु की स्क्रीनिंग होना आवशयक है। मृत्यु दर में कमी लाने तथा बर्थ डिफेक्ट्स पर नियंत्रण करने के लिए जन्म लेते ही शिशु की सर से पांव तक स्क्रीनिंग की जाना अति आवश्यक है यह एक पुण्य का कार्य है जो प्रत्येक प्रसव केंद्र पर पदस्थ स्टॉफ़ और आरबीएसके चिकित्सकों को करना चाहिये। यह बात मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एएल शर्मा ने डिलीवरी प्वाइंट पर पदस्थ चिकित्सक, स्टाफ नर्स एवं आयुष चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कही डॉ शर्मा स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कंप्रिहेंसिव न्यूबोर्न स्क्रीनिंग ट्रेनिंग मैं मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष कुल जन्म लेने वाले बच्चों की 6% बच्चे बर्थडे डिफेक्ट के जन्म ले रहे हैं जिनका समय पर परीक्षण ना हो पाने के कारण उपचार में विलंब हो जाता है जिससे वे मृत्यु या आजीवन विकलांगता के शिकार हो जाते हैं। शिवपुरी जिले में हृदय रोग श्रवण बाधित रोग, न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट नेत्र रोग के रोगी बड़ी संख्या में हैं इन बच्चों के इलाज के लिए डिलीवरी प्वाइंट से लेकर आरबीएसके के टीम को बड़ी संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है यह बड़ा ही पुण्य का कार्य है। इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ पीके खरे ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा संचालित एक यूनिक प्रोग्राम है और यह प्रोग्राम नवजात शिशुओं के परीक्षण से लेकर उनके उपचार तक कार्य करता है इस कार्यक्रम से बड़ी संख्या में बच्चे लाभान्वित हुए हैं इस कार्यक्रम को और सक्षम और सशक्त बनाने के लिए डिलीवरी पाइंट से लेकर आरबीएस के टीम तक को मेहनत और लगन से कार्य करना चाहिए प्रशिक्षण में एसएनसीयू जिला शिवपुरी के शिशु रोग चिकित्सक डॉक्टर सुनील गौतम एवं स्टाफ नर्स सुश्री निशा बघेल ने उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जिसमें नवजात ओं के जन्म लेते ही उनका सर से लेकर पांव तक परीक्षण किसी भी प्रकार का बर्थडे डिफेक्ट पाए जाने पर उसकी पहचान आंतरिक प्रबंधन रेफरल प्रबंधन एवं उपचार की प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी प्रदान की।
प्रशिक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ शीतल व्यास भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कार्य करने के साथ-साथ उसका रिकॉर्ड संधारित करने और समय पर रिपोर्टिंग करनी की अपील उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों से की उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार का बर्थडे पर उसका उपचार कराने के लिए आरबीएस के टीम को अवगत कराएं। हर संभव प्रयास बच्चों के उपचार के लिए किया जाएगा। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से कोलारस बदरवास पिछोर खनियाधाना करेरा बैराड़ पोहरी के स्टाफ सहित अखिलेश शर्मा राजेंद्र शर्मा बालेंद्र रघुवंशी यशपाल दांगी ने भाग लिया।

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