9 लाख रुपये से अपना घर आश्रम में बनेगा हॉल - शेष राशि मानवता की सेवा में खर्च की जाएगी
शिवपुरी। शिवपुरी के प्रतिष्ठित व्यवसायी पत्ते वाले परिवार ने पितृ स्मृति का एक अनुपम उदाहरण पेश किया है। अपने पिता के निधन पर उनकी स्मृति को संजोए रखने और उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हुए पत्ते वाले परिवार ने 51 लाख रुपये का दान करने का निर्णय लिया है। इनमें से 9 लाख रुपये अपना घर आश्रम में हॉल बनाने में खर्च किये जायेंगे तथा शेष राशि पीडि़त मानवता की सेवा में लगाई जाएगी। उक्त जानकारी स्व. बचनलाल जैन के सुपुत्र पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू ने दी। स्व. जैन के सबसे बड़े सुपुत्र देवेंद्र जैन कोलारस के पूर्व विधायक रहे है। पत्ते वाले परिवार द्वारा की गई इस घोषणा की सर्बत्र सराहना हो रही है।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन ने बताया कि उनके पिता स्व.बचनलाल जैन ने अपनी मेहनत, लगन और समर्पण से समाज मे एक प्रतिष्ठित स्थान बनाया। उनके फर्श से अर्श तक का सफर ईमानदारी की एक जीवंत मिसाल है। उन्होंने मूल्य आधारित जीवन न केवल खुद जिया बल्कि पूरे परिवार को इस रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी। सादा जीवन उच्च विचार, संवेदनशीलता, दया, करुणा और अहिंसा जैसे मानवीय गुण उनके व्यक्तित्व में कूट कूट कर भरे थे। सहजता और निरहंकारिता की बदौलत वह सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में वह बहुत लोकप्रिय रहे। छत्री जैन मंदिर ट्रस्ट के चैयरमेन पद को भी उन्होंने गौरवांवित किया और उनके प्रेरणादायी नेतृत्व के कारण अनेक संतो का चातुर्मास यहां हुआ। जीवो और गोसेवा में भी उनकी गहन रुचि थी। उनकी संवेदनशीलता के अनेक उदाहरण है। उनकी पुन्यवानी इतनी प्रबल थी कि वह अपना भरा पूरा और समृद्ध परिवार अपने पीछे छोड़ गए। उनके चार पुत्र और पांच पुत्रियां सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित हैं। जैन कहते है कि उनके पूज्यनीय पिता को सच्ची श्रदांजलि यही हो सकती है कि उनके बताए हुए सामाजिक, धार्मिक एवं मानवीय कार्यो को उसी लगन, प्रेरणा और उत्साह के साथ आगे बढ़ाएं। इसी भावना के साथ मेरे बड़े भाई देवेंद्र जैन व मैंने और धर्मेंद्र तथा सचिन जैन ने 51 लाख रुपये की राशि सामाजिक कार्यो के लिये अर्पित करने का निर्णय लिया है। अस्पताल में पिता ने पुत्रों को दी थी मानवता की सेवा करने की सीख कोलारस के पूर्व विधायक देवेंद्र जैन के पिता बचनलाल जैन पत्ते वालों का फेंफडों में संक्रमण की वजह से उपचार के दौरान मेडीकल कॉलेज में निधन हो गया था। निधन से पूर्व बचनलाल जैन ने अपने बेटे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू से कहा था कि सभी भाई मिलकर लोगों की मदद करना। दान देकर धन का सदुपयोग पीडि़त मानवता की सेवा में लगाएं। पिता के अंतिम कथनों का पालन करते हुए पुत्रों ने संकल्प लिया और पिता की स्मृति में 51 लाख रूपए का दान देने की घोषणा की।
हर साल करते थे गरीबों को सैकड़ो कम्बल दान
सेठ बचनलाल जैन उदार ह्रदय के थे। उनके दिल में गरीबों के लिये अलग जगह थी। यही वजह थी कि वे हर साल ठंडो में सैकड़ों की संख्या में पिछले 40- 50 साल से कंबल का वितरण करते थे।

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