लक्षण आते ही टेस्ट और लीजिये इलाज, जंग जीते सोनी और उनकी पत्नी ने कहा
- डॉक्टर संजय ऋषिसवर और टीम को क्रेडिट
शिवपुरी। रेफर टू ग्वालियर, खिताब से फिसल चूके जिला अस्पताल को आज जैसे पँख लग गये हैं। भोपाल के चिरायु, ग्वालियर के अपोलो, दिल्ली के मैक्स में एक दिन के हजारों रुपये देकर इलाज करा रहे लोगों के लिये यह खबर चोंकाने वाली हो सकती है कि जिला अस्पताल ने इन सभी को पीछे छोड़ते हुए सरकारी इलाज की दम पर जिले में नम्बर 1 का खिताब अपने नाम कर लिया है। जब से मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और कलक्टर अक्षय सिंह ने यहां का चार्ज डॉक्टर संजय ऋषीस्वर को दिया है और सिविल सर्जन डॉक्टर राजकुमार ऋषीस्वर को बनाया तब से अस्पताल के हालात बदल गए हैं। टीम के गठन के साथ ओल्ड इज गोल्ड डॉक्टर गोविंद सिंह, समाजसेवियों के साथ स्टाफ की कर्मठता ने यहां मरीजों के मन मे विस्वास अर्जित कर लिया है। हालत यह है कि मेडिकल कॉलेज की तरफ मरीज पीठ करके बैठना पसंद करते हैं जबकि जिला अस्पताल में भर्ती होने की होड़ लगी है। नतीजे में मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौट रहे हैं। ऐसे ही एक दंपति ने आज खुलकर अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ की तारीफ की।
स्वस्थ हुए सोनी बोले डॉक्टर स्टाफ देवता
जिला अस्पताल में भर्ती होकर कोरोना को हराने वाले अशोक सोनी के 5 मई को 52% लग्स इन्फेक्टेड थे। आज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए। सोनी ने प्रबंधन का आभार व्यक्त करते हए कहा कि आज उनकी बदौलत ही हम स्वस्थ्य होकर घर जा रहे हैं। डॉक्टर और स्टाफ ने खूब सेवा की। देवता है सभी। सोनी की पत्नी ने कहा कि हमने इलाज में देर की इसलिये परेशान हुए। उन्होंने सभी से अपील की की कोरोना के लक्षण दिखाई दें तो टेस्ट के साथ डॉक्टर से परामर्श कर इलाज करवाये।
सोनी दंपति को जंग जितने की मामा का धमाका टीम की तरफ से बधाई। हम यही कहँगे की आज जिला अस्पताल की बदली सूरत के असली हीरो जिला प्रबंधक कोविड डॉ संजय ऋषिस्वर, डॉ राजकुमार ऋषिस्वर और उनकी टीम है।

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