दिनारा की प्रसूता पूनम से मारपीट व जच्चा बच्चा की मौत का मामला,
- मेडिकल ऑफिसर को कारण बताओ नोटिस
शिवपुरी। जिले के दीनारा में बीती 28 मई को एक प्रसूता व नवजात के साथ स्टाफ नर्स द्वारा मारपीट फिर जच्चा बच्चा की मौत का मामला सामने आया था। खबरों की सुर्खी बना यह मामला कलक्टर अक्षय सिंह ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल मामले की जांच करवाई। 4 सदस्यीय दल डॉक्टर एनएस चौहान, डाक्टर संजय ऋषिस्वर, डाक्टर आर आर माथुर, शोभना द्रव गठित किया। मामले की पड़ताल में घटना सही पाई गई। जिसे लेकर कलक्टर ने दिनारा के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद अग्रवाल को कारण बताओ नोटिस थमाते हुए 3 दिन में समुख उपस्थिति में जवाब प्रस्तुत करने कहा है। वहीँ घटना में दोषी संविदा स्टाफ नर्स जयंती यादव को सजा देते हुए जिला अस्पताल के कोविड वार्ड अटैच कर दिया है। साथ ही भोपाल मिशन संचालक को पत्र लिखकर कारवाई की मांग की है। कलक्टर अक्षय ने किसी संविदा कर्मचारी पर मामले की गंभीरता देखते हुए सीधी कार्रवाई की है। बता दें कि इस मामले में तीन हजार की मांग किये जाने की बात भी सामने आई है। एक तरफ सरकार मुफ्त ओर बेहतर इलाज के लिये प्रयत्नशील है वहीं दिनारा जैसे छोटे स्वास्थ्य केंद्र पर यह मामला शर्मनाक है। कलक्टर की कार्रवाई की सराहना की जा रही है।
पहले भी आये मामलों में मिलता रहा अभयदान
बता दें कि कलक्टर अक्षय की सीधी कार्रवाई से भले ही म्रतक प्रसूता को न्याय मिल गया हो लेकिन इसके पहले हुई गड़बड़ियों में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने कोई ठोस कारवाई नही की। बदरवास के आरएन पिप्पल के लेनदेन का मामला हो या बैराड़ में लेनदेन की बात या फिर नियम विरुद्ध नियुकित के मामले सभी ठंडे बस्ते में डाले जाते रहे हैं। जितनी कार्रवाई हुई वह देखने दिखाने तक सीमित रही हैं।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें