सर पर कलश लेकर महिलाओं ने किये नृत्य
शिवपुरी। जैन श्ववेताम्बर साध्वी श्री शीलधर्मा श्रीजी सहित चार साध्वियों का आज नगर में भव्य चातुर्मासिक नगर प्रवेश सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर शहर के समाधी मंदिर व्हीटीपी स्कूल से जैन श्वेताम्बर मंदिर तक ढोल नगाडों के साथ शोभा यात्रा निकाली गई और समाज के स्त्री पुरूषों ने जैन धर्म के नारे लगायें। इस अवसर पर महिलाओं द्वारा साध्वी जी की अगवानी कलश नृत्य के साथ की साथ ही पुरूषों ने भी जयकारें लगाकर नृत्य किया।
पंजाब केसरी जैनाचार्य श्रीमद विजय बल्लभ सूरी मसा समुदाय के गुरूदेव आचार्य श्री नित्यानंद सूरीश्वर जी महाराज साहब की आज्ञानुवर्ती प्रवचन दुक्षा साध्वी श्री शीलधर्मा श्री जी, सेवाभावी साध्वी श्री कीर्तीयशा, कार्य कुशल साध्वी श्री प्रितीयशा, स्वाध्याय प्रेमी साध्वी श्री सिद्धीधर्मा आदि ठाणा 4 का भव्य प्रवेश जुलूस प्रात: 9 बजे समाधी मंदिर से शहर के प्रमुख मार्ग कस्टम गेट, सदर बाजार, कोर्ट रोड से निकाला गया जो जैन मंदिर दुर्गाटॉकिज के सामने एक धर्म सभा में परिवर्तित हुआ। इस अवसर पर महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर नृत्य किया इन कलशों को जैन समाज की बालिकाओं द्वारा प्रतियोगिता के साथ सजाया गया था। प्रतियोगिता मे कलश बनाने पर मुस्कान सांखला, दीपिशा सकलेचा और दिव्याशी कोचेटा को पुरूस्कार दिया गया। पुरूस्कार वितरण महिला मण्डल की अध्यक्ष कुसुम जैन द्वारा किया गया। इस अवसर आयम्बिल करने वाले सभी धर्मांलम्बियों का स्वागत किया गया साथ ही बाहर से पधारे अतिथियों को भी साल श्रीफल भेट कर सम्मानित किया। प्रवेश अवसर पर जैन समाज में खासा उत्साह का माहौल देखा गया। पुरूषों द्वारा जैन धर्म के जयकारे लगाकर धर्म प्रभावना को बढाया। प्रवेश के इस अवसर पर सुमिता कोचेटा, एवं अरूणा सांखला द्वारा स्वागत गीत गाया गया। कार्यक्रम का संचालन जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के सचिव धर्मेन्द्र गुगलिया द्वारा किया गया। चार माह के इस चातुर्मासिक प्रवेश के साथ ही पूरे चार माह तक विभिन्न प्रकार की पूजाऐं, उपासना, व्रत, धर्म व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें जैन समाज बढ़-चढ़कर सपरिवार भाग लेगा। चातुर्मासिक प्रवेश के बाद जैन साध्वियों के द्वारा मानव जीवन के कल्याण हेतु आर्शीवर्चन भी दिए। श्वेताम्बर जैन समाज बन्धुओं से इस भव्य चातुर्मासिक नगर प्रवेश कार्यक्रम में बढ-चढकर हिस्सा लिया।

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