रुपये वापिसी और हजारों बीघा भूमि से अतिक्रमण हटवाने की उठी मांग
शिवपुरी। सहारा के बाद आज पीएसीएल PACL यानी Pearls परल्स
कम्पनी के निवेशक मैदान में उतर पड़े। ऑल इन्वेस्टर्स सेफ्टी आर्गेनाइजेशन के बैनरतले सड़कों पर उतरे सदस्यों में राम सिंह यादव, राम कुमार शर्मा, विनोद पुरी, अभिनंदन जैन, मनोज जैन, राजेंद्र शर्मा, अवधेश कुशवाहा, मुन्ना लाल रजक, कमल शर्मा, भूपेश अग्रवाल, लक्ष्मण दुबे, डीडी झा, प्रदीप शर्मा,जनवेद प्रजापति, बादाम पाल, महेंद्र शर्मा, देवानंद शर्मा, दिनेश पाल, नर्वदा कुशवाह, महेश शर्मा, मान सिंह कुशवाह, दिनेश जाटव,
सतीश शर्मा आदि शामिल रहे और आज 16 सितंबर 2021 को आर्गेनाइजेशन शिवपुरी के सदस्यों द्वारा पीएसीएल कंपनी में जिले के निवेशकों द्वारा जमा पैसे की वापसी करवाने की मांग की। साथ ही जिले में कंपनी की हजारों एकड़ भूमि पर असामाजिक तत्वों द्वारा किये गए कब्जे को हटवाने की भी मांग की। सदस्यों ने दिए गए ज्ञापन में जमीन कब्जाने का आरोप जिन पर लगाया है उनमें प्रमोद रावत, प्रभात रावत, चंदन रावत, अनेक रावत, प्रकट रावत द्वारा किए गए अवैध कब्जों को मुक्त कराने आज जिलाधीश अक्षय सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राजेश चन्देल को ज्ञापन दिया गया। उनसे कंपनी की जिले में मौजूद जमीन को प्रशासनिक देखरेख में रखने का निवेदन किया गया। इस संबंध में शिकायत तो पूर्व में भी की गई है मगर आज पुनः शिकायत कर जमीन को कब्जा मुक्त कराने हेतु निवेदन किया ताकि गरीब निवेशकों का पैसा जमीनों की बिक्री होने तक सुरक्षित हाथों में बना रहे।
आइये जानिए क्या है PACL यानि Pearls
कंपनियों के जयपुर रजिस्ट्रार के अधिनियम 1956 के तहत 13 फरवरी, 1996 को पंजीकृत PACL India Limited एक रियल एस्टेट कंपनी है जिसे Pearls भी कहा जाता है। PACL नोएडा, जिरकपुर, दिल्ली, मुंबई, भटिंडा, वडोदरा, मदुरै, मोहाली जैसे बड़े शहरो में प्रॉपर्टी डेवलपमेंट के बहुत से प्रोजेक्ट चलाने वाली कंपनी के रूप में जानी जाती थी। और यह कई कृषि परियोजनाओं का हिस्सा भी है। पर्लस के पास मौजूद प्रॉपर्टीज और जमीन की कीमत इतनी है की वह सभी इन्वेस्टर्स का रिफंड ब्याज सहित आसानी से किया जा सकता है।

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