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बंधुआ मजदूरी छोड़ भागकर आये आदिवासी के 6 वर्ष के बेटे व बहनोई को अपह्रत कर ले गए ग्वालियर के दबंग

सोमवार, 6 दिसंबर 2021

/ by Vipin Shukla Mama
▪️15 दिन पहले ही अमानुषिक यातनाओं से तंग होकर भाग कर आया था आदिवासी परिवार 
▪️मामले पर पुलिस सक्रिय हुई 
शिवपुरी। बुरी तरह डरा हुआ घवराया हुआ सुन्दर आदिवासी आज दोपहर सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन के निवास पर अपने परिवार सहित आया और अपनी आपबीती सुनाते हुए फूट-फूटकर रोने लगा . रोने का कारण था उसके 6 साल के बेटे व बहनोई को बलपूर्वक दबंग मारते पीटते हुए गाड़ी में डालकर अपहरण कर ले गए .आरोपी संख्या में 8 से 10 थे . पूरा मामला समझकर सहरिया क्रांति द्वारा शिवपुरी पुलिस अधीक्षक को इसकी जानकारी दी जिसे गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने कोतवाली पुलिस को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं 
सुन्दर आदिवासी ने पूरा मामला बताते हुए कहा कि आज से  लगभग  15 साल पहले  वह खंडा कि खदान पर खंडा फोड़ने मजदूरी करने अपनी पत्नी गुड्डी आदिवासी व पुत्र दीपू 5 साल  एवम पुत्री कल्लो 6 माह के साथ ग्वालियर के कुलैथ गया था . वहाँ खंडा फोड़कर अपने परिवार का भरन पोषण करने लगा तभी उसके पुत्र दीपू कि तबियत खराब हो गई जिसे उपचार कराने वह  कुलेथ गाँव पहुंचा व उपचार प्रारम्भ कराया .उपचार कराने के बाद क्लिनिक के बाहर बैठा था तभी उसी गाँव का निवासी दीना पंडित पुत्र गयाप्रसाद आया व उसे  बातों  में लेकर बोला कि तू अगर मेरे खेत पर काम करेगा तो तुझे  2 बीघा खेत व एक गाय दूंगा साथ ही साल के 60 हजार रूपये मजदूरी दूंगा . सुंदर उसके यहाँ काम करने तैयार हो गया जहाँ खेत पर ही उसने  झोंपड़ी डालकर अपने परिवार के साथ रहना शुरू कर दिया .
सुंदर आदिवासी ने बताया कि वायदे अनुसार उसने मजदूरी के पैसे  60 हजार रूपये 2 साल तक तो दिए लेकिन  उसके बाद उसने के रूपये देना बंद कर दिया साथ ही बलपूर्वक उसकी  पत्नी गुड्डी व पुत्र दीपू को भी बंधुआ मजदूर बना लिया .व उनसे भी हाड़तोड़ मेहनत कराने लगा . 
दीना पंडित ने उसके परिवार को दहशत में रखकर 15 साल बंधुआ मजदूर बनाये रखा उसने बताया कि हमे बासा बुसा खाना पीना देते थे व पूरे परिवार को कभी भी एक साथ शिवपुरी नहीं आने देते थे .अमानुषिक यातना से तंग आकर वो स्वयम व उसका परिवार लगभग 15 दिन पहले देवठान के पहले वहां से भागकर कुलेथ के जंगल में भूखे प्यासे छुपे रहे व छुपते – छुपाते 3 दिन बाद शिवपुरी अपने घर ठकुरपुरा पहुंचे .सुन्दर ने बताया कि  हम दोनों पति  पत्नी कल 5 दिसम्बर को  जब अमानी पर बेलदारी करने गए थे तभी एक सफ़ेद कलर कि बोलेरो गाड़ी में दीना पंडित का छोटा भाई पप्पू सहित लगभग 8-10 लोग उसके  घर ठकुरपूरा आये व गाड़ी से उतरकर घर में घुसकर गाली गलोच करने लगे और बच्चों से पूछा कहां है तेरा बाप जब उन्होंने पता बताने में असमर्थता जताई तो घर में मिले बहनोई सूरज को जातिसूचक गलियां देकर लाठियों व लात घूसों से पीटते हुए जबरन गाडी में डाल लिया उसके बाद सुन्दर  के 6 बर्षीय बेटे दीपू को गिरेवान पकडकर गाडी में डाल लिया व अप्रहत करके ले गए . व चिल्लाकर बोले जब तक सुंदर व उसकी लुगाई हमारे यहाँ काम पर नहीं आयेंगे तब तक इनको नहीं छोड़ेंगे . बकौल सुंदर ये घटना शाम को 5 से 6 बजे के बीच कि है जिसे पड़ोसी अमरसिंह पुत्र महाराज सिंह व मेरे छोटे भाई  शेरू पुत्र गरीबा ने घटित होते अपनी आँखों से देखी है .
उसने बताया कि जब रात को मजदूरी करके घर आया तो पता चला कि पुत्र व बहनोई को अप्रहत करके ले गये हैं , यहाँ के थाने व दफ्तर का पता उसने  नही देखा था इसलिए रात्रि को रपट लिखाने नहीं जा सका . सुबह गाँव के लोगों ने बताया कि सहरिया क्रांति के संजय बेचैन जी के यहाँ जाकर मामला बताओ वे मदद करेंगे . 
जानकारी लेकर प्रार्थी अपने परिवार सहित विवेकाननंदपुरम कोलोनी में संजय बेचैन के निवास पहुंचा व पूरी कहानी बताई जिस पर उन्होंने सलाह दी कि पुलिस कोतवाली में लिखित आवेदन दें जिससे तुम्हे न्याय मिलेगा व आरोपियों पर कार्यवाही होगी . पूरा मामला अब पुलिस के संज्ञान में आ गया है तथा पुलिस सक्रीय हो गई है।

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