शिवपुरी। बिजली कंपनी के तीन अधिकारी कर्मचारियों के विकेट चटक गए हैं। यानि निलंबित कर दिया गया है। इनमें सिटी चार्ज लिये नरेंद्र तरवरिया शामिल हैं। उनकी जगह पुनः इंजीनियर जेएम श्रीवास्तव की ताजपोशी हो गई है। श्रीवास्तव पहले भी बखूबी सिटी की जिमेदारी संभाल चुके हैं। उन्हें भीषण गर्मी में लोड डिमांड के बीच भी काम बेहतर ढंग से संभालने के लिये जाना जाता है। इधर जिन तीन लोगों के विकेट चटकाए गए उन्हें दो विभीषण यानी स्थानीय कर्मचारी होते हुए संबंधों की तिलांजलि देते हुए पहले उपभोक्ता को रास्ते बताना फिर कम्पनी के अधिकारी को मौके पर ले जाकर पंचनामे का डर दिखाकर मोटी रकम वसुलवाने के चलते निपटाया गया है। एक कर्मचारी तो ऐसा है जिसके पिता जानेमाने ईमानदार इंसान हैं और उनके पुत्र ने नाक कटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। अंततः सजा मिल गई है। जबकि एक और कर्मचारी इसी तरह लोगों को चोर ठहरवाकर उनसे वसूली करवाता था। नगर के कई बड़े छोटे लोग इस गिरोह का निशाना बना चुके हैं। निलंबन के बाद उन्हें राहत मिलती दिखाई दे रही है। शर्मनाक पहलू यह है कि भिंड मुरैना की ईमानदारी की मिसाल दी जाती हैं लेकिन इंजीनियर नरेंद्र तरवरिया ने नगर में चौथ वसूली में कोई कसर नहीं छोड़ी ओर भिंड मुरैना का नाम बदनाम किया। कहते हैं कि देर है अंधेर नहीं। नगर के लोगों ने कम्पनी के महाप्रबंधक पीआर पाराशर को बधाई दी है।

ऐसा मेरे साथ भी हुआ है बिल में आकलित खप्त के नाम पर सीधा 500 यूनिट जोड़ कर दे दी गई है बिल मे जबकि शी खप्त 49 यूनिट है, और मैंने बिल सुधरवाने के लिए 29 december को दिया था जबसे में कस्टम गेट के 10 चक्कर लगा चुका हूँ, कोई भी निराकरण नहीं किया जा रहा है
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