शिवपुरी। नगर के बड़ौदी स्थित औद्योगिक क्षेत्र का फूड पार्क सुनियोजित तरीके से भू-माफिया ने अपने कब्जे में कर लिया है। यहां फूड पार्क को विकसित करने के लिए प्रदेश की कैबिनेट मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने बड़े स्तर पर कवायद की थी जिसके बाद फूड पार्क विकसित हुआ और यहां आधुनिक ढंग से फूड् पार्क को बसाया जाना है। करीब 2 साल पहले यहां प्लाट की ज्यादा कीमत होने के चलते शहर के व्यापारियों ने प्लॉट बुक नहीं किए थे लेकिन मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जब भोपाल में प्रयास किए तो प्लाटों की रेट कम कर दी गई थी। करीब ₹200 से ज्यादा की यह दरें अब घटकर ₹100 के अंदर आ गई थी लेकिन इस बात की जानकारी शहर के व्यापारियों को नहीं हो पाई लेकिन दूसरी तरफ भूमाफिया ने यह जानकारी हासिल कर ली और बाला बाला सभी प्लाट बुक कर डाले हैं। हालात यह हैं कि बीते 2 दिन के अंदर बड़ौदी स्थित फूड पार्क के 85 प्लाटों को बुक कर डाला गया है। एक ही बिरादरी के लोगों ने यहां अपने नाते रिश्तेदारों के नाम पर प्लाट बुक कर डाले हैं। इस पूरे मामले में महा घोटाले की खुशबू साफ आ रही है।
जांच की दरकार
पूरा मामला जांच की जद में लिया जाना जरूरी हो गया है। बता दें कि जिला उद्योग केंद्र के एक अधिकारी ने भी अपने रिश्तेदारों के नाम यहां ऑनलाइन प्लाट बुक कर डाले हैं। बताया जा रहा है कि उसी की सांठगांठ के चलते यहां भूमाफिया ने महाराज श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट वाले फूड पार्क को गिने-चुने लोगों के हवाले कर दिया है।
अभी सस्ते दर पर लिए फिर बेच डालेंगे महंगे दामों में
बता दें कि यहां जिस भूमाफिया ने प्लाटों की बुकिंग की है वह अभी सस्ते दर पर प्लाट कब्जा रहा है जबकि बाद में ओने पौने दामों पर यही प्लाट बेच देगा। इस तरह बड़े पैमाने पर यह घोटाला किए जाने का ताना-बाना बुन लिया गया है। जब हमने उक्त संबंध में जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी निरंजन श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया ग्वालियर से संबंधित है और ग्वालियर के ही कार्यालय से ऑनलाइन साइट खोले जाने के बाद प्लाटों की बुकिंग की जानी थी। उन्होंने कहा कि आपने इस गड़बड़ी के बारे में जानकारी दी है। मैं पता लगाता हूं कि किसने क्या किया है उसके बाद ही कुछ कह सकूंगा। जब हमने इस संबंध में ग्वालियर कार्यालय को फोन लगाया तो बातचीत संभव नहीं हो सकी।
व्यापारी बोले फिर से हो बुकिंग
इधर नगर के व्यापारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जाए और आनन-फानन में सुनियोजित ढंग से जो ऑनलाइन प्लाटों की बुकिंग की गई है वह प्रक्रिया निरस्त की जा कर दोबारा नए सिरे से ईमानदार प्रक्रिया को अपनाया जाए जिससे शहर के विकास में फूड पार्क का सपना साकार रूप ले सकेगा।

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