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आत्म निर्भर मध्यप्रदेश बनाने में पशुपालन की भूमिका महत्वपूर्ण: डा. गायत्री कश्यप

सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

/ by Vipin Shukla Mama
रेडिऐन्ट में आत्म निर्भर मध्यप्रदेश को लेकर हुआ युवा संवाद का आयोजन
*पशु पालन किसान का एटीएम है- डा. एम.के. गुप्ता 
शिवपुरी। आत्म निर्भर मध्यप्रदेश अन्तर्गत उपसंचालक पशु पालन एवं डेयरी विकास विभाग द्वारा रेडिऐन्ट आईटीआई  में युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विकास खंड वेटरनरी अधिकारी डा. गायत्री कष्यप व वेटरनरी सर्जन डा. मुकेश गुप्ता ने युवाओं से पशुओं की देख-रेख व उनसे आमदनी के साधनों पर सीधा संवाद करते हुए अनेक रोचक तथ्यों से अवगत कराया। डा. गुप्ता ने बताया कि जुगाली करने वाले पशु गाय,भैंस, बकरी के चार स्टाॅमक होते हैें। इन जानवरों को पालकर डेयरी के क्षेत्र में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। आचार्य विद्यासागर योजना अन्तर्गत हमारा विभाग पशु पालकों को बैंक के माध्यम से श्रृण उपलब्ध कराता है व विभाग द्वारा पशु उपलब्ध कराने के साथ ही उन पर डेढ से दो लाख रुपये की सब्सिडी भी देता है।
किसान का एटीएम है पशु पालन
 डा. गुप्ता ने कहा कि खेती-किसानी के साथ बकरी पालन बेहद लाभकारी है उन्नत किस्म की बकरी वर्श में दो बार बच्चों को जन्म देकर किसान के एटीएम का काम करती है। बकरी उपलब्ध कराने, लाॅन दिलाने व देखभाल का प्रषिक्षण हमारा विभाग करता है इसका लाभ किसानों के अलाबा अन्य कोई भी बेरोजगार प्राप्त कर सकता है। गाय, भैंस, बकरी, कडकनाथ, आदि बाढ, अति वर्शा, ओलाबृश्टी जैंसी आपदा के समय किसान का साथ नहीं छोडते हैं इसलिए इन्हैं किसान का एटीएम कहा जाता है।
महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण
 विकास खंड पशु चिकित्सा अधिकारी डा. गायत्री कश्‍यप  ने कहा कि खेतों में काम करने वाली महिलाओं का प्रतिशत पुरुशों के मुकाबले कम नहीं है। गुजरात की सहकारी समितियों में ये 80 प्रतिशत तक है। महिलाऐं जागरुक होकर खेती के साथ गाय, भैंस, बकरी, कुक्कुट, पालन करके आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
पशुओ से लगाव तो जॉब की अपार संभावनाऐं
डा. कश्‍यप ने बताया कि यदि आप में थोडा धैर्य है तो पशुओं के प्रति आप सेवा के साथ साथ अनेक प्रकार के सरकारी- गैर सरकारी क्षैत्रों में जाॅब हासिल कर सकते हैं। आप पशु चिकित्सक, वैज्ञानिक, फार्मेसी कम्पनी, प्रोफेसर, आदि जॉब  हासिल कर सकते हैं पशु चिकित्सक वन विभाग, जू, मिलिट्री, पैरा मिलिट्री में भी अपनी सेवाऐं देते हैं। स्वरोजगार के तौर पर डॉग  केनाल, गौ सेवक, पक्षी सेवक, डेयरी, कुक्कुट, फिशरीज, हेचरी सेंटर, जैंसे अनेक व्यवसाय कर आत्म निर्भर बन सकते हैं। गाय भैंस जैसे पशुओं की कीमत के आधार पर आज पशु क्रेडिट कार्ड भी जारी किया जा रहा है जिसका लाभ लिया जा सकता है
युवा संवाद कार्यक्रम का संचालन व आयोजन की भूमिका अखलाक खान ने रखी व आभार रेडिऐन्ट ग्रुप के डायरेक्टर शाहिद खान ने व्यक्त किया।

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