बाबा साहब ने पिछड़े वर्गों के लोगों को न्याय, समानता और अधिकार दिलाने के लिए अपने जीवन को देश के प्रति समर्पित किया- डॉ केशव पाण्डेय
*रमन शिक्षा समिति ने मनाई बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती
ग्वालियर। भारत रत्न बाबा भीमराव अंबेडकर जी की 131 वी जयंती रमन शिक्षा समिति द्वारा बुद्धविहार, सुरेश नगर में बड़ी धूम-धाम से मनाई गई। कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया गया,
प्रथम चरण में वक्ताओं द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष ग्वालियर के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी डॉ केशव पांडेय ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में भाजपा महामंत्री विनोद शर्मा, हरीश मेवाफरोश ,राजू सेंगर, सह कोषाध्यक्ष बिरजू शिवहरे एवं मुदगल उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा बाबा भीमराव अंबेडकर साहब की मूर्ति पर पुष्प वर्षा एवं माल्यार्पण कर किया गया एवं भगवान बुद्ध की मूर्ति पर पुष्प वर्षा से हुई। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार डॉ॰ लोकेश तिवारी ने किया। कार्यक्रम के शुभारंभ में स्वागत भाषण रमन शिक्षा समिति के अध्यक्ष हरिओम गौतम ने दिया।
कार्यक्रम में बोलते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी ने कहा कि भाजपा सरकारें बाबा साहब के सपनों को साकार करने में रात-दिन एक किए हुए हैं, उन्होंने बताया कि बाबा साहब को भारत रत्न से लेकर संसद में मूर्ति स्थापना में भाजपा के कार्यों को बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये डॉ॰ केशव पाण्डेय ने कहा कि अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल सन् 1891 में मध्यप्रदेश के महू में हुआ था। उन्होंने समाज में समानता लाने के भरसक प्रयास किए। वह दलितों या भारत के पिछड़े वर्ग के लोगों के महान नेता थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन दलित उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। अहम योगदान दिया। भारत के संविधान को आकार देने और के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर का योगदान सम्मानजनक है। उन्होंने पिछड़े वर्गों के लोगों को न्याय, समानता और अधिकार दिलाने के लिए अपने जीवन को देश के प्रति समर्पित कर दिया।
इससे पूर्व सभी मंचासीन अतिथियों ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया। अंतिम चरण में बाबा साहब की जन्म जयंती पर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें मंचासीन वरिष्ठ कवि रामवरण ओझा, डॉ॰ लोकेश तिवारी, श्रीमती अर्चना बामनगया, उदयभान रजक, रामचरण चिराड़ एवं प्रगति रावतकर रहे । कार्यक्रम का संचालन कवि रामचरण चिराड़ ने किया एवं आभार लालता प्रसाद दोहरे ने किया वहीं संस्था के अध्यक्ष हरिओम गौतम एवं रामदास माहौर ने उपस्थित मात्र शक्तियों को भजनों के लिए आमंत्रित किया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों का शाल व श्रीफल भेंट कर संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रामदास माहॊर, आशीष चॊहान, रचित दुबे, अमित मण्डेलिया सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों को खीर का प्रसाद वितरण किया गया।

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