शिवपुरी। दुनिया के हर देश में परिवार होता है, जिसमें माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे और कई रिश्ते जुड़े होते हैं। हर शख्स के लिए परिवार अहम भूमिका निभाता है। अमीर हो या गरीब, अपराधी हो या कोई अधिकारी परिवार तो हर किसी के जीवन का एक जरूरी हिस्सा है। परिवार की इसी भूमिका को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल 15 मई को विश्व परिवार दिवस मनाया जाताहै। इसी क्रम में शक्ति शाली महिला संगठन ने परिवार दिवस 35 साल की नौकरी के बाद अपने परिवार में लौटे ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर प्रमोद पांडे के अनुभवों के साथ उनके गांधी कालोनी स्थित निवास पर परिवार के बीच मनाया। इस अवसर पर परिवार के मुखिया पूर्व जिला। अधिकारी यूनिसेफ बी एल पांडे ने कहा की सशक्त देश के निर्माण में परिवार एक अभूतपूर्व संस्था है, जो व्यक्ति के विकास के साथ ही समाज के विकास में योगदान देता है। भारतजैसे देश में रिश्ते-परिवार को बहुत ही सम्मान दिया जाता है। ऐसे में लोग अपने परिवार के साथ यह दिन यादगार तरीके से मनाते हैं। लेकिन आज कल मोबाइल क्रांति ने एवम शहरीकरण ने परिवारों के बीच आपसी स्नेह एवम बर्तालाप कम कर दिया है इस और ध्यान देने की जरूरत है प्रोग्राम समन्वयक रवि गोयल ने कहा की क्या आपको पता है कि विश्व परिवार दिवस मनाने की शुरुआत कब और क्यों हुई? सबसे पहले परिवार दिवस किसने मनाया था। तो हम आपको बतानाचाहते है को दुनिया के हर देश में परिवार होता है, जिसमें माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे और कई रिश्ते जुड़े होते हैं। हर शख्स के लिए परिवार अहम भूमिका निभाता है। अमीर हो या गरीब, अपराधी हो या कोई अधिकारी परिवार तो हर किसी के जीवन का एक जरूरी हिस्सा है। परिवार की इसी भूमिका को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल 15 मई को विश्व परिवार दिवस मनाया जाता है। सशक्त देश के निर्माण में परिवार एक अभूतपूर्व संस्था है, जो व्यक्ति के विकास के साथ ही समाज के विकास में योगदान देता है। मध्य भरता ग्रामीण बैंक के पूर्व रीजनल मैनेजर प्रमोद पांडे एवम उनकी धर्म पत्नी श्रीमति ने ज्योति पांडे 35 साल बाद परिवार के साथ समय बिताने के अपने अनुभव साझा किया और परिवार की महत्ता का बखान किया। प्रमोद पांडे ने कहा की भारत जैसे देश में रिश्ते-परिवार को बहुत ही सम्मान दिया जाता है। ऐसे में लोग अपने परिवार के साथ यह दिन यादगार तरीके से मनाते हैं।पहली बार विश्व परिवार दिवस 1994 में मनाया गया था। हालांकि इस दिन की नींव 1989 में ही रख दी गई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने जीवन में परिवार के महत्व को बताने के उद्देश्य से 9 दिसंबर 1989 के 44/82 के प्रस्ताव में हर साल अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने की घोषणा की थी। बाद में साल 1993 में यूएन जनरल असेंबली ने एक संकल्प में परिवार दिवस के लिए 15 मई की तारीख तय कर दी। इसके बाद से हर साल 15 मई को विश्व परिवार दिवस मनाया जाने लगा। पांडे परिवार की महिला मुखिया श्रीमति कमला पांडे ने कहा की परिवार है तो अच्छे संस्कार है अच्छा मनुष्य अच्छा परिवार बनाता है विश्व परिवार दिवस को मनाने की शुरुआत करने के पीछे की वजह दुनियाभर के लोगों को परिवार से जोड़े रखना और परिवार से जुड़े मुद्दों पर समाज में जागरूकता फैलाना था। रवि गोयल ने कहा की हर साल इस दिन को मनाकर युवाओं को परिवार की अहमियत के बारे में बताया जाता है।परिवार अलग अलग विचार, पसंद के लोगों को एकजुट करता है। लोगों के आपसी मतभेदों को भुलाकर प्रेम से रहने के लिए प्रेरित करता है और भावनात्नक तौर पर परिवार एकदूसरे का सहारा देने व अकेलेपन को दूर करने का काम परिवार ही करता है। कोरोना काल में परिवार के लोग एक दूसरे के और करीब आए। उन्हें एक दूसरे संग अधिक वक्त बिताने को मिला। साल 2021 में विश्व परिवार दिवस की थीम 'परिवार और नई प्रौद्योगिकियां' थी। वहीं साल 2022 के लिए संयुक्त राष्ट्र ने विश्व परिवार दिवस की थीम 'परिवार और शहरीकरण' रखी है। इसीलिए सबको परिवार के साथ समय बिताना चाहिए एवम परिबार को।अहमियत देनी चाहिए।

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