रन्नौद। हनुमान जी महाराज एक ऐसे देव हैं जिनका प्रताप हर समय रहता है और उनका नाम लेने से मनुष्य सुखी हो जाता है चाहे कितना भी बड़ा संकट हो हनुमान जी महाराज के नाम से उसका संकट कट जाता है क्योंकि हनुमान जी महाराज का प्रताप चारो युगों में रहता है। किसी देवता का प्रताप सतयुग में है, किसी देवता का प्रताप त्रेतायुग में है, किसी देवता का प्रताप द्वापुर में है, परंतु हनुमान जी महाराज तो चारों युगों में अपना प्रताप दिखा रहे है। यह प्रवचन माधादेव सिद्ध स्थान तपोभूमि पर श्री राम कथा के दौरान पंडित श्री बृजभूषण महाराज ने दिये। उन्होंने बताया कि हनुमान जी महाराज ने राम जी की सदा सेवा की लेकिन कभी राम जी से कुछ मांगा नहीं और यही सेवक का सबसे बड़ा लक्षण है कि कर्म करें पर कुछ ले ना कथा के सप्तम दिवस पर किष्किंधा कांड एवं सुंदरकांड की समस्त कथा का वर्णन किया और बताया कि सुंदरकांड का श्रवण करने से ही मनुष्य के संकट मिट जाते हैं एवं उस पर आने वाली विपत्ति भी समाप्त हो जाती है आचार्य ने कहा रामायण की चौपाई मंत्र है इनको साधारण नहीं समझना चाहिए पाठ करने मात्र से ही मनुष्य सुखी हो जाता है इस कथा का आयोजन 1 जून से 9 जून तक किया जा रहा है एवं यज्ञकर्ता श्री राम दास जी महाराज हैं जिनके पावन सन्निधि में यह आयोजन हो रहा है क्षेत्र वासियों की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

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