देहरादून। पासिंग आउट परेड के दौरान सेना की वर्दी में किसी संदिग्ध के घूमने की सूचना से सनसनी फेल गई। भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून (आईएमए) के बाहर
शनिवार को आईएमए में पासिंग आउट परेड चल रही थी। आईएमए परिसर के आसपास सेना का कड़ा पहरा था। इस बीच सूचना मिली कि आईएमए के बाहर पंडितवाड़ी सीमा पर सेना की वर्दी में एक संदिग्ध घूम रहा है। आसपास खड़े सैनिक भी उसकी पहचान नहीं कर पा रहे हैं। सेना की वर्दी में संदिग्ध को एसटीएफ और सैन्य इंटेलीजेंस की टीम ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया और गोपनीय स्थान पर ले गई तब पता चला कि जयनाथ शर्मा पहले सैनिक था और जम्मू काश्मीर से जब लापता हुआ तो भगोड़ा घोषित हो गया था। बाद में वह देहरादून में किराए से रहने लगा। सेना में भर्ती के नाम पर कई लोगों से रुपए ऐठने की जानकारी भी सामने आई है।
UP का है रहने वाला
पकड़ा गये आरोपी ने अपना नाम जयनाथ शर्मा निवासी ग्राम अड़बढ़ाहा, देवीपुर, जिला महाराजगंज, उत्तर प्रदेश बताया। उसने लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी की वर्दी पहनी थी। उस पर पैरा लिखा था। कड़ाई से पूछताछ में उसने बताया कि वह पहले सेना में ही था। वर्ष 2016 में उसकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में थी। इस दौरान वह भाग गया और फिर ड्यूटी पर नहीं लौटा। वर्ष 2017 में सेना ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। दो साल से वह किराये का मकान लेकर देहरादून में रह रहा है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी खुद को आर्मी का अफसर बताता है। घर और आसपास के लोगों को बताता था कि उसकी आईएमए में ट्रेनिंग चल रही है। उसने कई लोगों से सेना का अफसर बताते हुए भर्ती के नाम पर पैसे भी लिए हैं। वर्तमान में उसने जो वर्दी पहनी थी, वह लुधियाना में सिलवाई थी। इतना ही नहीं आरोपी अपने फर्जी आई कार्ड के माध्यम से देश की कई आर्मी यूनिटों में घूम चुका है। वह अंतिम बार वाराणसी यूनिट में घूमा था। अभी तक की पूछताछ में देश विरोधी गतिविधियों की पुष्टि नहीं हुई है। उसकी दी हुई जानकारियों की पुष्टिकी जा रही है। सत्यापन के लिए टीमें उसके गृह जनपद भेजी गई हैं। आरोपी के पास से पैरा लेफ्टिनेंट की वर्दी, पहचान पत्र, दो पहिया वाहन, अधिकारियों की मुहरें आदि बरामद हुए हैं।

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