शिवपुरी। मीजल्स रूबेला निर्मूलन की जिला स्तरीय टास्क फोर्स बैठक सम्पन्न हुयी बैठक में डॉ पवन जैन सीएमएचओ, डी के सुंदरियाल, जिला परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग, डॉ संजय ऋषीश्वर डीआईओ, डॉ एन एस चौहान डीएचओ, डॉ अल्का त्रिवेदी डीएचओ, डॉ राहुल भदकारिया डीएचओ, श्री पवन दुबे राज्य सलाहकार शिशु स्वास्थ्य भोपाल, डॉ यादवेन्द्र भदौरिया समन्वयक यूनिसेफ डॉ शीतल व्यास डीपीएम द्वारा सभी को उनकी जिम्मेदारियों के संबध में अवगत कराया। डॉ पवन जैन द्वारा बताया गया कि बच्चों की दो आम बीमारियां खसरा और रूबेला से एम आर वैक्सीन के द्वारा बचा सकते हैं। खसरा में शिशु को बुखार, त्वचा पे चकत्ते, खांसी, नाक का बहना और आँखों में पानी के लक्षण देखने को मिलते हैं। ज्यादा गंभीर स्थिति में शिशु को कान का संक्रमण, दस्त, निमोनिया, मस्तिष्क को क्षति और अंतिम चरण में मृत्यु भी हो सकती है।
डॉ संजय ऋषीश्वर द्वारा बताया गया कि मीजल्स.रूबेला निर्मूलन हेतु दिसम्बर 2023 तक 9 माह से 5 वर्ष आयु के शत.प्रतिशत बालक.बालिकाओं को एमआर के टीके लगवाने का अभियान पूरी जिम्मेदारी से संचालित किया जावेगा। स्वास्थ्य विभाग महिला.बाल विकास विभाग शिक्षा विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, अनुसूचित जाति.जनजाति कल्याण विभाग, आयुष विभाग, यूनिसेफ, यूएनडीपी सलाहकार, परियोजनाओं के अधिकारियों , विभिन्न एनजीओ को मीजल्स.रूबेला टीकाकरण अभियान में दी गई जिम्मेदारी से अवगत कराया गया। बैठक में मीजल्स और रूबेला के निर्मूलन हेतु सभी संकल्प दिलाया गया।मीजल्स और रूबेला दोनों ही बीमारियां छोटे बच्चों में मृत्यु और विकलांगता का कारण बनती हैं। इससे हर साल हजारों बच्चे अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना करने को मजबूर होते हैं। इससे निपटने के लिए 2023 तक भारत से पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
विभागीय समीक्षा बैठक में लापरवाह बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर होगी कार्यवाही
विभागीय समीक्षा बैठक में डॉ पवन जैन सीएमएचओ द्वारा विकासखंड स्तर पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्यवाही के निर्देश दिये। आयुष्मान कार्ड में सबसे कम उपलब्धि प्राप्त करने वाले , अनुपस्थित कर्मचारियों , टीकाकरण में लापरवाही बरतने वाले कार्यकर्ताओं के नाम कार्यवाही हेतु प्रस्तावित करने के निर्देश खंडचिकित्सा अधिकारियों को दिये। अनुपस्थित चिकित्सकों को 7 दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिये। जिन कर्मचारियों का आउटपुट संतोषजनक नहीं होगा उनकी निगरानी की जावेगी और सुधार न होने पर कार्यवाही प्रस्तावित की जावेगी।
स्वास्थ्य सूचकांकों की त्रैमासिक समीक्षा बैठक
यूनिसेफ के सहयोग से टीकाकरण सृदृढीकरण हेतु त्रैमासिक समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सूचकांकों की समीक्षा की गयी जिसमें एचएमआईएस, आर सी एच पोर्टल के आंकडों के संबध में सभी को विस्तार से डॉ यादवेन्द्र भदौरिया समन्वयक यूनिसेफ व जिनेन्द्र जैन जिला एम एंड ई ओ द्वारा बताया गया। जिन बिंदुओं में विकासखंड पीछे हैं उन्हें तेजी से कार्य करने के निर्देश दिये।
जिला स्तरीय बाल मृत्यू समीक्षा व कार्यशाला सम्पन्न
जिला स्तरीय बाल मृत्यू समीक्षा सह कार्यशाला में डॉ एन एस चौहान द्वारा बाल मृत्यू के संबध में जानकारी देते हुये वर्तमान की स्थिति के संबध में सभी को अवगत कराया। डॉ संजय ऋषीश्वर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बाल मृत्यू के कारणों को सभी के समक्ष रखा। बाल मृत्यू के संभावित कारणों लापरवाही के संबध में चिन्हित शिशुओं की माताओं को प्रारंभ में ही अवगत कराकर शिशु का जीवन बचा सकते हैं। श्री पवन दुबे द्वारा बैठक में बाल मृत्यू के कारणों की विस्तृत समीक्षा की। बाल मृत्यू के कारणों, बाल मृत्यू को रोकने के उपायों, मृत्यु की समीक्षा के समय टीम वर्क व महत्वपूर्ण जानकारी के संबध में सभी को अवगत कराया।

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