ग्वालियर। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 6 अप्रैल से 12 अप्रैल तक दोपहर 1 बजे से सायं 4 चार बजे तक छविराम पैलेस, गणेशपुरा चौराहा, बडागांव हाईवे, मुरार, ग्वालियर में 'श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ' का भव्य आयोजन किया जा रहा है। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) की शिष्या भागवताचार्या महामनस्विनी सुश्री मेरुदेवा भारती जी ने आज श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस में भक्त प्रहलाद की गाथा को समस्त श्रद्धालुगणों के समक्ष रखते हुए कहा की प्रहलाद के पिता हिरणकश्यप् ने उस पर इतने अत्याचार किये, कभी पर्वत से गिराया, तो कभी सागर में उसे छोड़ दिया गया। परंतु हर बार प्रहलाद की रक्षा हुयी । क्योंकि प्रहलाद के पास ईश्वर का वह सच्चा नाम था, जिसके समरण से इन विपरीत परिस्थितियों मे भी उसकी रक्षा हो पाई। परंतु आज सारा समाज आशांत है ! दुखी है ! आज वह बाहर से सुरक्षित होने के लिए बहुत कुछ कर रहा है। परंतु वह सुरक्षित नही हो पा रहा। क्योंकि आज रक्षक स्वयं भक्षक बन गए है। इसलिए संतो ने कहा, आज समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यकता है सच्चे सुरक्षा कवच की जो उसकी हर परिस्थिति मे रक्षा कर सके। और संतो ने कहा कि वह सुरक्षा कवच मात्र ईश्वर का ही नाम है। जो हर पल एक जीवात्मा की रक्षा करता है। परंतु आज सारा संसार ईश्वर के गुणवाचक नाम को ही जपता है। जो जिह्वा से लिया जाता है । गुणवाचक नाम का अर्थ है, जो ईश्वर के गुणों के कारण भक्तों ने रखे। जैसे माखन चुराया तो माखनचोरे ।
राम राम सब कोई कहे ठग, ठाकुर और चोर
जिस नाम से मुक्ति मिले वो नाम कुछ और
और आगे साध्वी जी ने कहा इसलिए प्रभु का शाश्वत नाम तो जिह्वा से परे होता है l ना वह बोला जाता है, ना वह जपा जाता है और ना ही लिखा जाता है l उस आदि नाम को तो मात्र एक पूर्ण ब्रह्मनिष्ठ गुरु ही एक जीवात्मा के भीतर प्रकट करते है l और इसी आदि नाम को द्रौपदी ने भी जगत गुरु भगवान श्री कृष्ण से प्राप्त किया था l तभी भरी सभा में उ एनसकी रक्षा हो पाई थी l इसलिए हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है
कलयुग केवल नाम आधारा
सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा
इसलिए आज समाज को भी इसी शाश्वत नाम की आवश्यकता है l जो इस कलि के भीतर भी उसकी रक्षा कर सके l परन्तु इसके लिए ब्रह्मनिष्ठ गुरु की शरण में जाने की आवश्यकता है l वही प्रभु का सच्चा सुरक्षा कवच प्रदान करने का सामर्थ्य रखते है l भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव कल मनाया जाएगा अतः आप सभी सादर आमंत्रित है l

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें