राष्ट्र कवि श्री मैथिलीशरण गुप्त जी की जयंती पर आयोजित समारोह में श्री अशोक कुमार नीखरा उपाध्यक्ष गहोई वैश्य समाज समिति शिवपुरी ने अपना स्व रचित काव्य संग्रह काव्यांजलि उपस्थित सभी सम्मानीय महानुभावों को सादर भेंट की।
जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं।
मनुज नहीं, वह पत्थर है ,

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