शिवपुरी। शिवपुरी अब बन रहा देश का अद्वितीय तकनीकी शिक्षा हब! देश की एकमात्र स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी लैब अब शिवपुरी में! अम्मा महाराज श्रीमंत विजयाराजे सिंधिया के सपनों को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम!
@यशोधरा राजे सिंधिया
जी हां ये ट्वीट किया हैं मध्य प्रदेश सरकार की वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने जिन्होंने शिवपुरी को संवारने में रात दिन एक कर दिया हैं। कई बड़ी योजनाएं जो हर किसी जनप्रतिनिधि के बस की बात नहीं होती लेकिन श्रीमंत के प्रयासों से वे पलक झपकते आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। जिसके नतीजे में शिवपुरी धीरे धीरे उड़ान के पथ पर अग्रसर हैं। इसी क्रम में देश की इकलौती स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलोजी की लैब शिवपुरी के सतनवाड़ा स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में कुछ माह पहले 20 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित की है। देश की इकलौती स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी की लैब शिवपुरी में है। इसलिए मध्यप्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज के इलेक्ट्रिकल छात्रों को पावर जनरेशन, पावर ट्रांसलेट, पावर मैनेजमेंट, स्मार्ट ग्रिड, रिनुवल एनर्जी से संबंधित नई तकनीकों के प्रशिक्षण की शुरूआत 1 सितंबर 2023 से हो गई है। इंजीनियरिंग कॉलेज सागर के 15 छात्रों का बैच शुरुआती प्रशिक्षण ले रहा है। धीरे-धीरे अन्य कॉलेज के छात्र भी एक-एक करके अलग-अलग चरण में प्रशिक्षण लेंगे। यह सिलसिला लगातार
चलता रहेगा। इंजीनियरिंग कॉलेज शिवपुरी में स्थापित जर्मनी के एडवांस उपकरणों से प्रदेश की एकमात्र पावर इंजीनियरिंग एंड रिनुवल एनर्जी की लैब के भरपूर उपयोग के लिए आखिरी साल के छात्रों को पांच-पांच दिन के हिसाब से बैच बनाकर निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संकल्प योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्रों के लिए चलाया जा रहा है। शुरूआती बैच के प्रशिक्षण का शुभारंभ कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी, एनपीटीआई शिवपुरी संचालक डॉ दीपक पंडित एवं यूआईटी संचालक डॉ राकेश सिंघई की मौजूदगी में किया गया। यह प्रशिक्षण 5 सितंबर तक लेगा, उसके , बाद नया बैच प्रशिक्षण के लिए आएगा।
छात्रों के लिए परिवहन के साथ रहना, खाना भी फ्री
इस कार्यक्रम के लिये मध्यप्रदेश कौशल विकास एवं रोजगार सृजन बोर्ड द्वारा प्रशिक्षण के लिए 75% अनुदान दिया है। पूरे प्रदेश में "संकल्प योजना" के तहत प्रशिक्षण के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज शिवपुरी को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना है। छात्रों के लिए परिवहन से लेकर रहना, खाना भी फ्री मुहैया कराया जा रहा है। विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नवकरणीय ऊर्जा की आज बहुत ज्यादा जरूरत महसूस की जा रही : सिंघई
संस्था संचालक डॉ. राकेश सिंघई ने बताया कि सागर से आए छात्रों छात्रों के लिए एक विशेष सत्र आयोजित किया। नवकरणीय ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। नवकरणीय ऊर्जा की आज बहुत ज्यादा जरूरत महसूस की जा रही है। बढ़ती ऊर्जा मांग की पूर्ति के लिए सोलर सिस्टम, पवन चक्की, बैटरी एनर्जी पर ध्यान देना चाहिए। अब स्मार्ट ग्रिड टैक्नोलॉजी की जरूरत है।

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