शिवपुरी। दुनिया में हर साल विश्व शिक्षक दिवस को 5 अक्टूबर को सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन की एक अलग थीम निर्धारित की जाती है प्रोग्राम में डॉक्टर नीरज सुमन ने कहा की भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जा चुका है. ये शिक्षक दिवस देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जो एक कुशल शिक्षक भी थे, उनके सम्मान में मनाया जाता है. लेकिन दुनिया में टीचर्स डे आज यानी 5 अक्टूबर को मनाया जाता है, इसलिए इस दिन को विश्व शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाता है. शक्ति शाली महिला संगठन एवम ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से ग्राम मामोनी फार्मो का पूरा पर चित्रकला के माध्यम से विश्व शिक्षक दिवस मनाया इस अवसर पर आधा सैकडो बच्चो के स्वास्थ जाँच आरबीएसके की टीम के द्वारा की गई। प्रोग्राम में ललित झा ने कहा की हर साल शिक्षकों की मेहनत और शिक्षा के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित करने के उद्देश्य से इस दिन का आयोजन करते हैं.
कहा जाता है कि शिक्षकों की तमाम परेशानियों के समाधान, उनके अधिकारों और दायित्वों आदि को लेकर साल 1966 में 'टीचिंग इन फ्रीडम' संधि को बनाया गया. इसमें दुनिया के शिक्षकों की स्थिति को सुधारने और उन्हें जागरूक करने के लिए एक समझौता पारित किया गया. स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक फतेह सिंह गुर्जर ने कहा की हर साल विश्व शिक्षक दिवस की एक थीम भी निर्धारित की जाती है. साल 2022 में टीचर्स डे की थीम थी- 'शिक्षा का परिवर्तन शिक्षकों के साथ शुरू होता है.' वहीं इस साल 2023 में थीम है- 'हमें जो शिक्षा चाहिए उसके लिए शिक्षकों की आवश्यकता: शिक्षकों की कमी को दूर करने की वैश्विक अनिवार्यता है प्रोग्राम में मामोनी फार्म का पुरा शिक्षक -फतेहसिंह गुर्जर, विद्यार्थी -लक्ष्मी आदिवासी,रमजीत,आदिवासी,राहुल आदिवासी,रवि आदिवासी, शेलेन्द्र आदिवसी, रजनी आदिवासी, अंशु आदिवासी के साथ शक्ति शाली महिला संगठन को टीम ने सक्रिय सहभागिता की।
.

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें