-जो राजनीतिक बदले से काम करता है या जो विनम्रता से समभाव रखता है।
-जो अपने क्षेत्र में जातियों को आपस में लड़ता है या फि र जिसका स्वभाव ही विनम्रता और सरलता है।
-जो रेत मोरम पत्थर के कारोबार को कब्जाता है या जिसे इन कार्यों से कोई लेना देना नहीं है।
इसके अलावा अन्य आपत्तिजनक कंटेंट भी डाले जाकर प्रसारित किए हैं। इन बिन्दुओं से यह पोस्ट पूरी तरह से राजनैतिक तौर पर प्रत्याशी की गलत और आपराधिक छबि बनाकर मतदाताओं के समक्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से प्रेरित है। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी के पी सिंह को दबंग, जातिवादी, महिला विरोधी और अपराधी के रूप में पेश किया गया है। यह पोस्ट चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है और यह प्रत्याशी के पी सिंह की छवि को चुनावों के दौरान धूमिल करने का एक जानबूझकर किया गया आपराधिक कृत्य है, साथ ही यह आईटी एक्ट 2000 के प्रावधानों का उल्लंघन होकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का भी उल्लंघन है।
इस मामले में चुनाव आयोग ने जहां संज्ञान लिया वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर रवींद्र कुमार ने एफएसटी टीम से जांच कराई। मामला सिद्ध पाये जाने पर पुलिस को कार्रवाई हेतु प्रेषित किया गया। जिस पर से फिजिकल थाना फेसबुक आईडी ''क्रांतिकारी गाथा'' के हैण्डलर खिलाफ आईटी एक्ट 2000 की धारा 67, एवं भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत केस दर्ज कर लिया है। अब प्रकरण की जांच साईबर सेल को सौप दी गई है। पुलिस ने यूआरएल आईडी जिससे पोस्ट प्रसारित की गई उसको भी आईटी एक्सपर्ट्स को सौंप कर आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास शुरु कर दिए हैं।

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