शिवपुरी। शहर के साहित्यकार व रंगकर्मी इन दिनों विधानसभा चुनावों में सनातन विरोधियों की हार से काफी प्रसन्न मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं। यह प्रसन्नता उस समय दिखाई दी जब राष्ट्रीय कवि संगम के ज़िलाध्यक्ष सुकून शिवपुरी के नेतृत्व में शहर के कई साहित्यकार व रंगकर्मी मां राज राजेश्वरी के दरबार में एकत्रित हो कर दर्शन करने के लिए पहुंचे।इस संबंध में सुकून शिवपुरी ने बताया कि आप सबको याद होगा कि अभी कुछ माह पूर्व ही हमारे देश के कुछ विधर्मियों ने हमारे सनातन धर्म को कोरोना, डेंगू, ऐड्स, मलेरिया आदि बताते हुए इसके समूल नाश का आव्हान किया था। यहां तक कि उन्होंने हमारे धार्मिक ग्रंथ रामचरित मानस की प्रतियां भी जलाईं थीं। तब हम सभी को गहरा दुःख पहुंचा था।चूंकि हम हिंदू स्वभाव से सहिष्णु प्रकृति के हैं और उत्तेजना में आ कर किसी का सर तन से जुदा करने के पक्षधर नहीं हैं, इसलिए तत्समय हम लोगों ने मां राज राजेश्वरी के दरबार में जा कर सनातन विरोधियों को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए मां से विशेष प्रार्थना की थी, जो अब मां राज राजेश्वरी ने स्वीकार कर ली है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान विधानसभा चुनाव के जो परिणाम आए हैं, उनमें इन सनातन विरोधियों की न सिर्फ़ करारी हार हुई है, बल्कि उन्होंने विभिन्न TV चैनलों पर आ कर यह स्वीकार करना भी शुरू कर दिया है कि सनातन धर्म के अपमान पर उनकी निर्लज्ज ख़ामोश उन्हें ले डूबी।
इसलिए हम सब आज मां राज राजेश्वरी के दरबार में मां के चरणों में धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए आए हैं। इसे कोई राजनीतिक कार्यक्रम या पार्टी विशेष का समर्थन न समझा जाए। हम अपने सनातन धर्म/संस्कृति की रक्षा करने के उद्देश्य से अपनी व्यक्तिगत भावनाओं को प्रकट करने के लिए आज यहां आए हैं।
मंदिर पहुंचने वालों में गोविंद अनुज, राम पंडित, हेमलता श्रीवास्तव, उर्वशी गौतम, अंजलि गुप्ता, ब्रजेश अग्निहोत्री, श्रीमती चंदर मेहता, त्रिलोचन जोशी, विजय भार्गव, अजय अविराम, रविन्द्र सिंह, श्याम शर्मा, भगवान सिंह यादव व सुनील उपाध्याय आदि शामिल थे।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें