पात्र हाथ पर हाथ रखकर बैठे
जबकि ऐसी संस्थाएं जिनके पास कैश क्रेडिट लिमिट पूंजी सहित यह समस्त व्यवस्थाएं हैं और मध्य प्रदेश शासन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तथा सहकारिता विभाग की नीति के अनुसार इन्हें खरीदी केंद्र बनाया जाना था मगर वे हाथ पर हाथ रखे बैठी हैं। दूसरी तरफ भारी भ्रष्टाचार कर ऐसी अपात्र संस्थाओं को खरीदी केंद्र बना दिया गया जो योग्य नहीं है। इस संपूर्ण मामले की शिकायत खाद्य मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत एवं प्रदेश के प्रमुख सचिव खाद्य विभाग के साथ-साथ आयुक्त खाद्य विभाग खाद्य विभाग एवं सहकारिता विभाग के सचिव तथा कमिश्नर ग्वालियर संभाग सहित वरिष्ठ अधिकारियों, जिलाधीश शिवपुरी सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को की गई है।

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