
धमाका बड़ी खबर: कॉलेज में घुसकर प्रोफेसर को लाठी-डंडों से पीटा, पहले आंखों में मिर्ची डाली, फिर बेहोश होने तक मारते रहे
बैतूल। बैतूल में कुछ बदमाशों ने कॉलेज में घुसकर एक प्रोफेसर पर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने पहले प्रोफेसर की आंखों में मिर्ची झोंकी और फिर लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। हमले में गंभीर रूप से घायल प्रोफेसर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना शुक्रवार दोपहर को शासकीय जे एस कॉलेज में हुई। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों में 5 से 7 बदमाश लाठी-डंडों के साथ कॉलेज में घुसते नजर आए। वे सीधे कॉलेज के संस्कृत विभाग में गए और वहां स्टूडेंट्स के साथ चर्चा कर रहे असिस्टेंट प्रोफेसर नीरज धाकड़ पर हमला कर दिया। बदमाश जब प्रोफेसर नीरज को पीट रहे थे। तब कोई भी उन्हें बचाने नहीं आया। पिटाई होने पर जब वे बेहोश हो गए, तब हमलावर मौके से भाग गए। बाद में कॉलेज के दूसरे प्रोफेसर्स और स्टाफ ने घायल नीरज धाकड़ को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। उनके सिर और हाथ-पैर में चोट आई है। हमलावरों में से एक की पहचान अन्नू ठाकुर के रूप में हुई है। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।सील और लेटरहेड लेकर भागने से रोका था महीने भर पहले बताया जा रहा है कि करीब एक महीने पहले प्रोफेसर नीरज का कॉलेज के पूर्व स्टूडेंट अन्नू ठाकुर से कॉलेज में ही विवाद हो गया था। वह संस्कृत विभाग से प्रोफेसर की सील और लेटर हेड लेकर भाग रहा था। उस समय प्रोफेसर ने उसे पकड़ लिया था। तब भी उसकी प्रोफेसर से झूमाझटकी हुई थी। बताया जा रहा है कि कॉलेज में कुछ छात्राओं की स्कॉलरशिप के मामले को लेकर अन्नू ठाकुर वहां पहुंचा था। वह एक साल पहले कॉलेज में एमए का छात्र रहा है। असिस्टेंट प्रोफेसर नीरज धाकड़ ने बताया, मैं सुबह साढ़े 10 बजे से संस्कृत डिपार्टमेंट में बैठा था। स्टूडेंट्स से उनके प्रोजेक्ट्स के बारे में चर्चा कर रहा था। मेरे पास पांच बच्चे थे। उसी समय पांच लड़के आए, उन्होंने मेरी आंखों में मिर्ची डाली और लठ से मारना शुरू कर दिया। मुझे कुछ दिखाई नहीं दिया। मैं बेहोश हो गया। मैंने इन लड़कों को देखा है, ये अन्नू ठाकुर के लड़के थे। नीरज ने कहा कि उन लोगों ने मुझे क्यों मारा यह पता नहीं। वे मेरी हत्या करना चाहते थे। मेरे सिर में कम से कम 10 डंडे मारे। मेरे दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गए हैं, पैर फ्रैक्रचर हो गया। उन्होंने यह भी बताया कि एक महीने पहले की घटना है कि अन्नू ठाकुर कॉलेज की मेरी ऑफिशियल सील लेकर चला गया था। उस समय मैं बच्चों की परीक्षा ले रहा था। वह बोलने पर भी नहीं माना। उस समय उसने मेरे साथ हाथापाई की थी। लेकिन बात दब गई थी। हालांकि मैंने थाने में सामान्य रूप से शिकायत की थी, उसकी मेरे पास पावती भी है। वह मेरी सील मांग रहा था, नहीं देने पर मेरे साथ झड़प की थी। प्रदेश में मामला पकड़ेगा तूल उक्त मामला शिक्षा जगत के लिए किसी बड़े आघात से कम नहीं हैं। इस तरह कॉलेज में घुसकर गुंडा गर्दी करने वालों पर रासुका लगाने के साथ जिला बदर करना चाहिए। साथ ही सरकारी नोकरी से भी वंचित किया जाना आवश्यक हैं जिससे शिक्षक का कद और महत्व समझ आए। आजकल कॉलेजों में छात्र प्रोफेसरों को कुछ समझते ही नहीं। प्रदेश भर से इस घटना की अनेक प्रोफेसरों ने निंदा की हैं साथ ही ठोस कारवाई नहीं किए जाने पर कॉलेजों में तालाबंदी किए जाने की धमकी भी दी हैं।

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