ऋषि शर्मा की रिपोर्ट
*कोतवाली पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों की छवि धूमिल करने शहर में पोस्टर लगाने वाले आरोपियों का किया पर्दाफाशशिवपुरी। आपको याद होगा दो दिन पहले शिवपुरी के यंग, डैशिंग डीएफओ सुधांशु यादव का नाम एक महिला रेंजर से जोड़ते हुए पूरी तरह अप्रिय, आपत्ति जनक पोस्टर शहर में कई स्थानों पर लगाए गए थे। इस घटना से सनसनी फेल गई थी।
दरअसल ये बड़ी घटना एक पोस्टिंग और विभागीय जांच बिठाने से खुन्नस के चलते विभाग की ही एक रेंजर कृतिका शुक्ला ने अंजाम दी थी। पोस्टर में जिस महिला रेंजर का नाम था उसे इसलिए लपेटा गया की उसे कृतिका को हटाकर उसकी जगह डीएफओ ने भेजा था। आज कोतवाली पुलिस ने इसका खुलासा कर डाला। मुख्य आरोपी शुक्ला फरार हैं लेकिन जो वन कर्मी पोस्टर लगाने गए वे पुलिस के मेहमान बन गए हैं।
इस तरह शुरू की कोतवाली पुलिस ने जांच
दिनांक 08.06.24 को थाना कोतवाली पर सूचना कर्ता बाबूलाल नरवरिया निवासी शांति नगर कालोनी थाना फिजीकल शिवपुरी पद कार्यवाहक वनपाल वन परिक्षेत्र शिवपुरी ने सूचना दी की श्री सुधांशु यादव वन मण्डलाधिकारी वन मण्डल शिवपुरी की छवि धूमिल करने हेतु शहर के विभिन्न स्थानों विवेकानंद टोलटेक्श, वाणगंगा, करबला, दो बत्ती, फोरेस्ट रेंज में भदैया कुण्ड क्षेत्र में अज्ञात व्यक्ति द्वारा पोस्टर लगाये गये हैं जिसमें वन मण्डलाधिकारी के विरूद्ध अमर्यादित शब्द एवं अनर्गल टिप्पणिया लेख की गई है। इस संबंध में एक आवेदन प्रस्तुत किया गया। जिस पर पोस्टर लगाने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना कोतवाली में अप०क्र0 424/24 धारा 505(2) भादवि का पंजीवद्ध कर विवेचना में लिया गया। अपराध को गंभीरता एवं प्राथमिकता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक जिला शिवपुरी श्री अमन सिंह राठौड द्वारा त्वरित कार्यवाही करने एवं आरोपियों को ज्ञात करने हेतु आदेशित किया गया जिसके पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजीव मुले व नगर पुलिस अधीक्षक श्री संजय चतुर्वेदी के मार्ग निर्देशन में दौराने विवेचना थाना प्रभारी कोतवाली टीआई रोहित दुबे द्वारा घटना पर तुरंत एक्शन लेते हुये उक्त घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर निर्देश प्राप्त कर पृथक-पृथक पुलिस टीमें शहर में अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु रवाना की।
सीसीटीवी खंगाले टीम ने
पुलिस टीम द्वारा शहर में लगे सीसीटीव्ही कैमरे चैक किये जिसमें से करबला एवं आईटीआई तिराहे के सीसीटीवी कैमरों से ज्ञात हुआ कि तीन व्यक्ति हैं जो पोस्टर चिपकाते हुये दिखाई दिये, जिनकी पहचान की गई जो फुटेज में दिख रहे तीन व्यक्तियों में से दो की पहचान शौकत अली वन रक्षक शिवपुरी एवं प्रभुदयाल शर्मा वन रक्षक शिवपुरी के रूप में हुई, दोनों आरोपियों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि दोनों आरोपियों ने रेंजर कृतिका शुक्ला द्वारा दिये गये पोस्टरों को शहर में चिपकाया है एवं पोस्टर चिपकाने के लिये एक अन्य साथी रमेश शर्मा निवासी पुरानी शिवपुरी भी उनके साथ रहा है। प्रकरण में तीनों आरोपी शोकत अली, प्रभूदयाल शर्मा एवं रमेश शर्मा से पूछताछ की जा रही है। घटना में मुख्य आरोपिया रेंजर कृतिका शुक्ला की तलाश जारी है। प्रकरण में तीनों आरोपियों ने बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला ने डीएफओ श्री सुधांशु यादव का ट्रांसफर करवाने व बदनामी करने के आशय से इस तरह के पोस्टर रेंजर कृतिका शुक्ला के कहने पर शहर में लगाये है। प्रकरण में विवेचना से धारा 509, 120बी भादवि का इजाफा किया गया है।
अनियमितता के चलते हटाया: डीएफओ
प्रकरण में डीएफओ श्री सुधांशु यादव ने अपने कथन में बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला कोलारस रेंज में पदस्थ थी तो उनके द्वारा की अनियमितताओं के कारण उन्हें निलंबित किया गया था एवं जिसकी विभागीय जाँच विभागीय स्तर पर चल रही है एवं रेंजर कृतिका शुक्ला को कोलारस से हटा कर उनके स्थान पर रेंजर श्रुति राठौर की पदस्थापना की थी तब से ही रेंजर कृतिका शुक्ला लगातार मनगंढ़त आरोप लगाती रही है एवं उनके द्वारा पूर्व में भी बदनाम करने हेतु कई बार मीडिया में ऐसे बयान दिये गये है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
निरी. रोहित दुबे, उनि सुमित शर्मा, उनि महेंद्र कुशवाह, प्र.आर 15 रघुवीर पाल, प्र.आर 142 नरेश यादव, प्र.आर 711 भानवती मरावी, आर. 206 भूपेन्द्र यादव, आर.978 टिंकू सिंह, आर. 285 राहुल, आर. 709 शिवांशु यादव की विशेष भूमिका रही।

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