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#धमाका_न्यूज: ""नर्मदा महोत्सव में सुकून शिवपुरी ने मचाया धमाल""""कि बेटियों की कोई ज़ात नहीं होती है""

गुरुवार, 25 जुलाई 2024

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी, नर्मदा आव्हान सेवा समिति नर्मदापुरम के आमंत्रण पर गुरुपूर्णिमा के पावन पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण की नगरी वृंदावन में आयोजित अखिल भारतीय कवि समागम में शिवपुरी शहर के जाने माने शायर सुकून शिवपुरी ने काव्य पाठ करते हुए खूब धमाल मचाया । कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय पं0 प्रथमेश लाल गोस्वामी लड्डू गोपाल जी अंतरराष्ट्रीय कथावाचक ने की । विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद अंतरराष्ट्रीय कवि माननीय प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर जी विराजमान थे ।  प्रभू श्रीराम के चरित्र का वर्णन करते हुए सुकून शिवपुरी ने कहा-

""फ़तह की सोंने की लंका भी राम ने लेकिन 
वहां से कोई एक कंकरी नहीं लाए
लिया माँ सीते के अपमान का हर इक  बदला
मगर किसी की वो मंदोदरी नहीं लाए""

देश में चल रही गंदी ज़ातीय राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा-

""हैं सांझी बेटियां हम सबकी सियासतदानो
सियासी पहलू से हर बात नहीं होती है
दलित की बेटी हो या बेटी हो बिरहमन की
कि बेटियों की कोई ज़ात नहीं होती है""


इस अखिल भारतीय कवि समागम में   सुकून शिवपुरी के अलावा देश के विभिन्न पांच प्रांतों से आए 30 से भी अधिक कवि व कवियत्रियों ने काव्य पाठ किया । जिनमें दिनेश याज्ञनिक रायसेन, संतोष शर्मा सागर विदिशा, रचना शास्त्री बिजनौर, विनोद सनोडिया अमरवाड़ा, सत्य प्रकाश ताम्रकार झांसी, शीतल देवयानी इंदौर, अखिलेश शांडिल्य ललितपुर, लता स्वरांजलि भोपाल, डाॅ0 वीणा सिंह रागी भिलाई, मंजू कटारे ललितपुर,  डाॅ0 रानू रूही जबलपुर, कौशल सक्सैना देवनगर व  कॄष्ण कांत मूंदड़ा विदिशा प्रमुख थे ।
इस अवसर पर सुकून शिवपुरी को श्रेष्ठ रचना पाठ करने के लिए सम्मान पत्र दे कर सम्मानित भी किया गया।  कार्यक्रम का संचालन कौशल सक्सेना व संतोष शर्मा सागर ने किया।  वरिष्ठ साहित्यकार हंस राय जी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।












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