इनकी जान थी आफत में, अब राहत
जिन लोगों का रेस्क्यू किया गया उनमें ग्राम भड़ौता के अजीत पुत्र राजेश केवट , करण पुत्र कल्याण केवट, के.पी. पुत्र पंचम गुर्जर ग्राम देहरदा गणेश के पवन पुत्र बलवीर दांगी, रवि पुत्र जगदीश दांगी और खनियाधाना के नासिर पुत्र अब्दुल हलीम, विवेक पुत्र प्रेम खटीक और साहिल पुत्र शाहरुख़ खान शामिल हैं। सभी सुरक्षित हैं।
कलेक्टर रवींद्र और एसपी अमन ने कहा दूर रहिए पानी से
जिला कलेक्टर रवींद्र कुमार के साथ एसपी अमन सिंह ने जिले के लोगों से अपील की हैं की वे उफनती सिंध नदी ही नहीं बल्कि किसी भी रपटे, पुल, पुलिया पर पानी देखकर ही क्रोस करें, अगर जरा भी पानी ऊपर से बहता दिखे तो रुककर या तो इंतजार करें या वापिस सकुशल घर या गंतव्य पर वापिस आ जाए लेकिन जान आफत में न डालें।
सबसे पहले 2011 में फसे थे गोरा टीला पर 11 लोग, द ग्रेट सिंधिया ने करवाया था लिफ्ट
आपको बता दें की कोलारस बदरवास के कई इलाकों से होकर सिंध नदी बहती हैं। अब यहां पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के प्रयासों से गोरा टीला,भड़ोता पर ब्रिज बनाए जा रहे हैं लेकिन इसके पहले भी आज की तरह हालात ये रहे की कई नामी गिरामी विधायक कोलारस से रहे। दादा रामसिंह, देवेंद्र जैन, ओमप्रकाश खटीक आदि विधायक रहे लेकिन भड़ोता, गोरा टीला ही नहीं बल्कि कुछ और पुलों के रपटे पर ब्रिज नहीं बनाए गए। जिससे सिंध उफनते ही न सिर्फ कई महीने रास्ते बंद हो जाते हैं या फिर लोग फस जाते हैं। इसी के नतीजे में साल 2010 - 2011 में गोरा टीला के दो रपटों के बीच भी 11 लोग फस गए थे। ये ऊंचे टीले पर फसे थे लेकिन नदी उतरने की कोई स्थिति स्पस्ट नहीं थी। तब तत्कालीन कलेक्टर आरके जैन ने प्रयास शुरू किए लेकिन सफलता तब मिली जब सांसद और केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आर्मी के हेलिकॉप्टर का इलाहाबाद से इंतजाम किया। तब ये हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाले गए। इस बार फिर 11 लोग फसे।

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