Responsive Ad Slot

Latest

latest

#धमाका_न्यूज: हम कुर्सी पर बोझ बनने के लिए नहीं आए..कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MP में आकर दिया बयान, फैली सनसनी

शनिवार, 17 अगस्त 2024

/ by Vipin Shukla Mama
*कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी में तिरंगा यात्रा निकाली
* सभा में संबोधन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम कुर्सी पर बोझ बनने के लिए नहीं आए हैं। मैं अभी वहां खूंटा गाड़ रहा था। अभी संसदीय क्षेत्र के कई विधानसभा क्षेत्रों में नहीं गया हूं
सीहोर। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। अपने तत्कालीन विधानसभा क्षेत्र बुधनी में उन्होंने तिरंगा यात्रा निकाली। इस दौरान उनके समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी। तिरंगा यात्रा के बाद शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने एक बयान दिया है, जिसके मायने निकाले जा रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने अपने लोगों को बुधनी में संबोधित करते हुए कह दिया है कि हम कुर्सी पर बोझ बनने के लिए नहीं आए हैं।  चुनाव जीत जाएं तो फिर क्या मतलब? अरे जब तक सांस चलेगी, तुम्हारी भलाई के लिए चलेगी। आपने एक तरह से देखा होगा। मैं बुधनी देर से आ पाया, अपने क्षेत्र के कई विधानसभाओं में भी नहीं जा पाया हूं। 
जरा खूंटा गाड़कर बैठ जाऊं
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पहले मैंने कहा कि शिवराज अगर ढंग से काम करना है तो जरा खूंटा गाड़कर बैठ जाओ, तब काम चलेगा और इसलिए मैं दिल्ली में डटा था। शिवराज सिंह चौहान कृषि के साथ-साथ ग्रामीण विकास विभाग के भी मंत्री हैं। इसके साथ ही झारखंड में चुनाव प्रभारी हैं। वीकेंड पर वह खाली रहने पर मध्य प्रदेश में ही रहते हैं। इस दौरान अपने संसदीय क्षेत्र में निकल जाते हैं।
लोग बोले, ऐसा क्यों बोले शिवराज सिंह चौहान
हालांकि उनके इस बयान के लोग कई मायने निकाल रहे हैं। क्या शिवराज सिंह चौहान अपनी बातों से किसी और को निशाने पर ले रहे थे। इस बयान का मतलब यह भी हो सकता है कि मैं सिर्फ कुर्सी तोड़ने नहीं काम करने आया हूं। एक दिन पहले ही दिल्ली में अपने दोनों मंत्रालयों के लोगों से सामूहिक मुलाकात की थी।
नए बीज से बढ़ेगी खेती
उन्होंने बुधनी में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट ने तय किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 2 करोड़ अतिरिक्त आवासों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही कहा कि खेती का उत्पादन बढ़ाना है तो उन्नत बीज चाहिए। इसलिए अलग-अलग फसलों की 109 प्रजातियों के नए बीज ICAR ने तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कल्याण हमारी सरकार की प्राथमिकता है।











कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129