अल्पायु में दीपाली की मौत 22-9-24 रविवार को नई दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में उपचार के दौरान जिस तरह हुई उसे जानकर ह्रदय काँप गया। दीपाली एक सप्ताह पहले तक पूरी तरह कुशल थी. एक निजी स्कूल में शिक्षिका दीपाली को छाले और चककर आए तो डॉ रत्नेश जैन को दिखाया, आराम नहीं मिला तो शुक्रवार को ग्वालियर लेकर गए, यहाँ उसे खून की उलटी हुई और जाँच की रिपोर्ट ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया। दीपाली को ब्लड कैंसर डिटेक्ट हुआ। दिल्ली लेकर भागे लेकिन उसके दुर्भाग्य ने पीछा नहीं छोड़ा और उसे टुमर बताया गया नतीजे में उपचार के बीच दीपाली चल बसी। कल रात को दिल्ली से उसकी मौत की खबर आई और शहर को पता लगा तो सभी गमगीन हो गए। इस तरह एक बेटी को काल के क्रूर हाथों ने छीन लिया ये बेहद दर्दनाक और दुःखद है। भगवान उसके परिवार पर टूटे इस बड़े पहाड़ जैसे दुख को सहन करने की शक्ति दे। धमाका टीम अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करती है।
इसलिए दुख अधिक, इकलौती बहिन का भाई बचाता सेकड़ों जानें
आपको जानकर हैरानी होगी की दीपाली अपने दो भाइयो अंकित गोयल, अमित गोयल सेठ की इकलौती बहिन थी। अमित सेठ ने आमजन को रक्त दिलाने एक क्लब जय माई ब्लड ग्रुप बनाया हुआ है, इसके माध्यम से वह जिले में ही नहीं बल्कि दीगर जगह भी रक्त की पूर्ति रक्तदान कराकर बीते कई सालों से करता आ रहा है, और लोगो की जान बचाता आ रहा है। कहने का तातपर्य ये की इंसानियत की अलख जगाकर चलने वाले इस परिवार पर इतना बड़ा पहाड़ टूटना कलेज़े को चीरने जैसा है।
द ग्रेट सिंधिया ने जताया दुख
केंद्रीय मंत्री द ग्रेट ज्योतिरादित्य सिंधिया दीपाली की मौत से दुखी हैं, उन्होने दुख प्रकट करते हुए परिवार को धीरज बँधाया है। बता दें की दीपाली को जैसे ही कैंसर होने की जानकारी मिली परिजनों ने द ग्रेट सिंधिया से एम्स के लिए सम्पर्क किया लेकिन भगवान ने वक़्त ही नहीं दिया और दीपाली चल बसी।










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