दिल्ली। भारत की एक और बेटी ने देश ही नहीं बल्कि विदेश तक अपना नाम रोशन कर दिया है। महज 17 साल और 12 वी की छात्रा काम्या कार्तिकेयन सात महाद्वीपों की सात सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र कीपर्वतारोही बन गई हैं। उन्होंने अपना नाम सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही बनने वालों में दर्ज कर लिया है। नेवी चिल्ड्रेन स्कूल की छात्रा काम्या कार्तिकेयन ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि 24 दिसंबर 2024 को चिली के मानक समय के अनुसार 17:20 बजे माउंट विंसेंट अंटार्कटिका की चोटी पर पहुंचकर अपने नाम की। उनकी इस उपलब्धि पर देश के दूर संचार केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने काम्या को x हैडल और फेसबुक पर बधाई दी है। उन्होंने लिखा कि
"Achievement truly higher than any mountain climbed!
Heartiest congratulations to Kaamya Karthikeyan, our young mountaineer from Mumbai for summiting the highest peaks of all seven continents! At the age of just 17 years, she is the youngest female ever to accomplish this extraordinary feat.
May you continue to conquer new achievements, making our Tiranga fly higher. 🇮🇳
उपलब्धि वास्तव में किसी भी चढ़े हुए पहाड़ से भी ऊँची!
सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ने के लिए मुंबई की हमारी युवा पर्वतारोही काम्या कार्तिकेयन को हार्दिक बधाई! महज 17 साल की उम्र में यह असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाली वह सबसे कम उम्र की महिला हैं।
आप नई उपलब्धियां हासिल करते रहें, हमारे तिरंगे को और ऊंचा फहराते रहें। 🇮🇳
कहते हैं बेटी के सच्चे दोस्त होते हैं पिता, काम्या भी लक्की, पिता भी रहे काम्या के साथ
इस रोमांचक यात्रा के दौरान उनके पिता उनके साथ रहे। वहीं, काम्या कार्तिकेयन के साथ भारतीय नौसेना के कमांडर एस. कार्तिकेयन भी रहे। बता दें कि काम्या कार्तिकेयन ने अपनी इस यात्रा की शुरुआत 13 साल की उम्र में की थी। अब वह कई पर्वतारोहियों के लिए प्रेरणा बन कर उभरी हैं। भारतीय नौसेना ने कक्षा 12वीं की छात्रा काम्या कार्तिकेयन की इस सफलता के लिए बधाई दी है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि हम काम्या कार्तिकेयन और उनके पिता को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने पर बधाई देते हैं।

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