बदरवास। महान व्यक्तित्व के धनी स्वामी विवेकानंद जी की जयंती युवा दिवस पर बदरवास के शासकीय कन्या उमावि में धूमधाम से मनाई गई तथा सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और स्वामी विवेकानंद के छायाचित्र पर माल्यार्पण से हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षक गोविन्द अवस्थी ने कहा कि स्वामी विवेकानंदजी ने अपनी विशिष्टता और काबिलियत के बल पर सूर्य की भांति संपूर्ण विश्व को भारतीय संस्कृति के प्रकाश से आलोकित कर दिया था। उनके आदर्श और विचारों में वह क्रांति और तेज है जो युवाओं में नवचेतना,ऊर्जा शक्ति का संचार करते हैं इसलिए उन्हें युवाओं का प्रेरणा स्रोत कहा जाता है।स्वामी विवेकानंदजी ने शिकागो धर्मसम्मेलन में भारतीय संस्कृति,सभ्यता का परचम फहराया। शिक्षक कपिल परिहार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत माता के सच्चे सपूत हैं इसलिए उनके आदर्श और बताए पथ पर हमें चलना चाहिए।उन्होंने समाज सुधार,अध्यात्म और धर्म संस्कृति का प्रचार दुनियाभर में किया।प्राचार्य चंद्रवीर सिंह सेंगर ने छात्राओं को सूर्य नमस्कार,प्राणायाम का महत्व,लाभ और प्रभाव बताए गए।कार्यक्रम का संचालन डॉ.ममता यादव और आभार प्रदर्शन चंद्रभान श्रीवास्तव ने किया।इस अवसर पर चंद्रभान श्रीवास्तव,ममता श्रीवास्तव,चंपालाल कुशवाह,बसंती मिंज,ममता यादव,उदयसिंह रावत,महेंद्र कुशवाह,हरवीर यादव,हितेंद्र कुशवाह, बलराम परिहार सहित विद्यालय का स्टाफ और छात्राएं उपस्थित रहीं।

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