
#धमाका धर्म: Guru Gobind Singh Jayanti गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती छह जनवरी को
शिवपुरी। Guru Gobind Singh Jayanti गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती छह जनवरी को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सिखों के दसवें गुरु की जयंती पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को होता है। इस साल छह जनवरी के दिन गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती मनाई जाएगी। गुरु गोविंद सिंह जी ने लोगों को संगठित और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जीवन और उनकी शिक्षाएं साहस, निष्ठा और धर्म की रक्षा का प्रतीक हैं। भारत में सिख समुदाय के लोग गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती बड़े ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाते हैं। शिवपुरी के गुरुद्वारा में भी धार्मिक आयोजन होंगे। गुरु गोबिंद सिंह जी ने ही खालसा वाणी, 'वाहे गुरु की खालसा, वाहेगुरु की फतेह' दिया था। खालसा पंथ की स्थापना के पीछे इनका उद्देश्य धर्म की रक्षा करना और मुगलों के अत्याचारों से मुक्ति दिलाना था। उनका 'चिड़िया नाल मैं बाज लड़ावां, ता गोविंद सिंह नाम कहावा' वाक्य भी काफी चर्चित है। गुरु गोबिंद सिंह को पंजाबी, फारसी, अरबी, संस्कृत और उर्दू समेत कई भाषाओं की अच्छी जानकारी थी। वह एक महान योद्धा होने के साथ कई भाषाओं के जानकार और विद्वान महापुरुष थे। गुरु गोबिंद सिंह जी ने छोटी सी उम्र में ही धनुष- बाण, तलवार, भाला आदि चलाने की कला को सीख लिया था और फिर अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा में गुजार दिया।

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