Groom Father Returned Shagun Amount 40 lakh: दिनों दिन महंगी होती जा रही शादियां और सीमा से ऊपर वर वधू पक्ष के बीच लेन देन ने शुभ विवाह की सूरत बिगाडकर रख दी है। लोग शादी में मिलने वाली राशि को स्टेट्स सिंबल समझने की भूल कर रहे हैं जबकि ये सामाजिक कुरीति है और एक बेटी का पिता कर्ज के बोझ तले दब जाता है। इसी बीच आई एक अच्छी खबर ने समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है जब अपने रेलवे में अधिकारी अपने बेटे की सगाई में एक शिक्षक पिता ने थोड़ी बहुत नहीं बल्कि दहेज की 40 लाख दहेज की राशि लेने से सार्वजनिक रूप से इंकार कर दिया और बदले में सिर्फ 501 रुपए लेकर समाज और लोगों को नसीहत भी दे डाली कि बेटी के परिवार पर इस तरह बोझ डालना गलत बात है। हम सभी को आगे आकर इस आदान प्रदान को रोकना चाहिए। MP के जिला शिवपुरी में ये घटना जबरदस्त चर्चा की वायस बनी हुई है। दरअसल करैरा बीआरसी कार्यालय में पदस्थ शिक्षक अमर सिंह लोधी के बेटे का रिश्ता पक्का हुआ है, और जब सगाई में 40 लाख रुपए कन्या पक्ष ने देने का ऐलान किया तो अमर सिंह ने लेने से इंकार कर दिया और सिर्फ 501 रुपए लेकर दहेज प्रथा के विरुद्ध आवाज बुलंद कर डाली। साथ ही दहेज प्रथा के खिलाफ कदम उठाकर इस सामाजिक कुरीति से दूर रहने की अपील समाज बंधुओं से की।
दूल्हा रेलवे में उपयंत्री इसलिए मिलने वाली थी इतनी बड़ी राशि
शिक्षक अमर सिंह लोधी का बेटा कपिल लोधी रेलवे में उपयंत्री है। बेटे की अच्छी नौकरी के चलते रिश्ता पक्का हुआ। जिसके बाद सगाई समारोह आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में वधु पक्ष ने 40 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। ये सुनते ही अमर सिंह लोधी खड़े हुए और उन्होंने इस दहेज को न लेने की घोषणा कर दी। उन्होंने समाज के सभी बंधुओं के सामने कहा कि इन पैसों से मैं अमीर नहीं बन सकता। इस सोच से हम सभी लोगों को दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा ने हमारी परंपराओं को कलंकित कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले सगाई एक शुभ सगुन होता था लेकिन हमने इसे दहेज में बदल दिया। इसलिए हम सभी को इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। साथ ही कहा कि मुझे तो केवल 501 रुपए का शगुन दे दीजिए।
दूल्हे के पिता की यह बात सुनकर दुल्हन पक्ष के लोग हुए भावुक
दूल्हे के पिता की दहेज न लेने की बात सुनकर दुल्हन पक्ष के लोग भावुक हो गए।
बेटी के पिता ने कहा कि ये कदम आगे बढ़ा तो हर बेटी का पिता भगवान से यही कहेगा कि "अगले जन्म भी मुझे लाडो ही दीजो"
उनके इस साहसिक कदम की खूब तारीफ हो रही
अपने बेटे की सगाई में 40 लाख रुपए की राशि लेने से इंकार करने वाले अमर सिंह लोधी की सभी जमकर तारीफ कर रहे हैं। अमर सिंह ने इस सगाई समारोह में मौजूद समाज के अन्य बंधुओं से अपील की। उन्होंने कहा कि वह इस कुरीति से दूर रहे और समाज में एक जुटता का परिचय देते हुए दहेज प्रथा के खिलाफ खड़े हो।
पहले भी दिखाया साहस
अमर सिंह लोधी इससे पहले भी आवाज उठाते रहे हैं। उन्होंने तेरहवीं के भोज को लेकर भी अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी।
समाज के पूर्व अध्यक्ष ने की सराहना
लोधी समाज के पूर्व अध्यक्ष हरिओम नरवरिया ने अमर सिंह लोधी के बेटे की सगाई में दहेज प्रथा के खिलाफ उठाए गए इस कदम का स्वागत किया। हरिओम नरवरिया ने कहा कि समाज के अन्य बंधुओं को भी इस तरह आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में दहेज प्रथा के अलावा तेरहवीं पर होने वाले भोज को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई है। कई लोगों ने समाज में तेरहवीं का भोज बंद भी कर दिया है। इस तरह की सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ हम आपस में एकजुटता दिखाते हुए काम कर रहे हैं।

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