#Dhamaka_Big_News: "Eunuchs in Shivpuri will no longer be able to extort money from house to house", instructions from police to eunuchs after complaints were received in Scindia's public hearing, action will be taken if any further complaint is received regarding extortion
शिवपुरी। केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जनता के दिलों में सीधे स्थान बनाए रखने के लिए जनता दरबार लगा रहे हैं जिसमें कई रोचक तो कई विषम मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में एक ऐसी शिकायत सामने आई जिसे लोग सामाजिक प्रतिष्ठा के चलते न चाहते हुए भी फेस करते आ रहे हैं। उनकी हैसियत न होने के बावजूद उनके घर लड़का होने, शादी होने आदि के अवसर पर किन्नरों के आगमन के समय कुछ किन्नर लोक लाज की परवाह किए बिना जबरन वसूली करते हैं। जब इस आशय की एक शिकायत केंद्रीय मंत्री सिंधिया के दरबार में हुई तो पुलिस ने मामले की जांच की। जिसमें जबरन वसूली की तो कोई शिकायत सामने नहीं आई लेकिन पुलिस ने हालात समझते हुए किन्नरों को थाने में बुलाकर बैठक ली और चेतावनी दी कि कोई जबरदस्ती वसूली नहीं करेगा। जो राजी राजी खुशी से दे वही राशि स्वीकारना होगी। अगर कोई शिकायत मिली तो अब केस दर्ज होगा। दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जनसुनवाई में एक समाजसेवी ने किन्नरों द्वारा शादी समारोह, बच्चा पैदा होने सहित अन्य शुभकार्यों के समय जबरन लोगों के घर जाकर की जाने वाली अवैध वसूली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उक्त शिकायत के निराकरण के क्रम में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने किन्नरों व शिकायतकर्ता के बीच बैठकर समझौता करवाया और किन्नरों को चेतावनी दी है कि अगर वह किसी के घर पर जाकर जबरन वसूली करते हैं और संबंधित द्वारा शिकायत दर्ज करवाई जाती है तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
ये है मामला
कोलारस में समाजसेवी और अग्रवाल समाज के अध्यक्ष महावीर जैन ने 10 फरवरी 2025 को आयोजित जनसुनवाई शिविर में किन्नर समुदाय द्वारा की जा रही जबरन वसूली और अभद्र व्यवहार की शिकायत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से की थी। जैन ने बताया कि लड़का होने पर 50 हजार रुपये और सोने की अंगूठी और शादी में 1 लाख रुपये की मांग की जाती है। मांग पूरी न होने पर गाली-गलौच और धमकी दी जाती है, जिससे आमजन विशेषकर गरीब वर्ग परेशान है। इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सिंधिया ने तत्काल जिला प्रशासन को जांच के निर्देश दिए। एसडीओपी कोलारस विजय यादव को जांच सौंपी गई। थाने में इस मामले की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली थी, लेकिन जनता की परेशानी को समझते हुए पुलिस ने किन्नर समुदाय के साथ बैठक कर उन्हें समझाइश दी और भविष्य में ऐसी हरकतें न करने की चेतावनी दी।

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