चंडीगढ़। ऑपरेशन सिंदूर सदियों तक याद रखा जाएगा। इस दौरान जब देश के वीर जवान सीमा पर तैनात रहकर अपने शौर्य का परिचय दे रहे थे तब सीमा पर जवानों के साथ एक 10 साल का बच्चा भी जंग लड़ रहा था। ये वीर बालक पंजाब के फिरोजपुर जिले के तारावाली गांव का रहने वाला है। उम्र महज 10 साल लेकिन स्वर्ण सिंह का होंसला गजब था। वह भीषण गर्मी के बीच दुश्मनों से लड़ रहे जवानों को दूध, लस्सी, ठंडा पानी और बर्फ पहुंचाता रहा। यही कारण है कि अब सेना ने उन्हें 'ऑपरेशन सिंदूर का सबसे छोटा नागरिक योद्धा' घोषित करते हुए सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया है। स्वर्ण सिंह बड़े होकर फौज में जाना चाहता है। आज देश भर में स्वर्ण सिंह के चर्चे हो रहे हैं और वह रियल हीरो बनकर उभरा है।
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