प्राकृतिक आपदा का भयावह दृश्य
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शनिवार शाम को तेज गर्जना के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हुई और कुछ ही मिनटों में जलप्रलय जैसे हालात बन गए। देखते ही देखते पानी और मलबे का सैलाब सड़क पर दौड़ पड़ा और सड़क किनारे खड़ी करीब 10 गाड़ियां बह गईं। इस क्षेत्र में आई बाढ़ और मलबे के चलते यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है।
प्रशासन अलर्ट मोड में, राहत कार्य जारी
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन, राजस्व विभाग, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई और राहत कार्य शुरू कर दिया गया। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने बताया कि घटना कुल्लू जिले की सीमा में हुई है, लेकिन रामपुर और आसपास के क्षेत्रों पर इसका गहरा असर पड़ा है। भारी बारिश के कारण तीन प्रमुख सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया था, जिन्हें अब बहाल कर दिया गया है।
नदी का जलस्तर बढ़ा, लोगों को सतर्क रहने की सलाह
बादल फटने के कारण सतलुज नदी और स्थानीय नालों में जलस्तर अचानक बढ़ गया है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों और घरों के लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। इलाके में अगले 24 घंटे के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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