शिवपुरी। गंगा दशहरा को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन मां गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था। भगवान शिव ने अपनी जटाओं में मां गंगा को स्थान देकर उन्हें स्वर्ग से धरती पर अवतरण किया था। गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करने कि वेशिष महत्व बताया गया है। यदि आप गंगा स्नान करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो शिवलिंग पर 5 चीजों चढ़ाने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। साथ ही व्यक्ति को गंगा स्नान करने का पुण्य भी प्राप्त होता है।
भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करें : गंगा दशहरा के दिन सुबह घर में ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर कम से कम 3 से 5 बेलपत्र अर्पित करें। ऐसा करने से आपको भगवान शिव की कृपा मिलेगी।
गंगाजल से करें भगवान शिव का अभिषेक : गंगा दशहरा के दिन शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करें। गंगाजल अर्पित करने से आपको अपने पापों से मुक्ति मिलेगी और मोक्ष प्राप्ति का रास्ता सरल होगा। साथ ही गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ाने से आपको मोक्ष की प्राप्ति होगी और भगवान शिव अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करेंगे। साथ ही सभी पाप नष्ट भी होता है और व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है।
दही से करें शिवलिंग का अभिषेक : अगर किसी के वैवाहिक जीवन में कोई समस्या चल रही है तो गंगा दशहरा के दिन शिवलिंग पर दही से अभिषेक करें। ऐसे करने से भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि होती है साथ ही लव लाइफ में आ रही समस्याओं से राहत मिलती है।
भगवान शिव को लगाएं भस्म : भगवान शिव का भस्म से अभिषेक करने से व्यक्ति से नकारात्मकता शक्तियां दूर होती है। साथ ही व्यक्ति को खुद के अंदर सकारात्मकता का संचार महसूस होगा।
शहद करें अर्पित : अगर कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी से जूझ रहा है तो गंगा दशहरा के दिन शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। साथ ही कर्ज से मुक्ति भी मिलती है। साथ ही शहर अर्पित करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं।

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