शिवपुरी। महाराष्ट्र में कथा के दौरान आराध्य चित्रगुप्त पर की है टिप्पणी को लेकर कायस्थ समाज शिवपुरी के विभिन्न घटक ने विरोध प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन भेंट किया। साथ ही कथावाचक मिश्रा का पुतला जलाने और एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। साथ ही कहा कि पं. प्रदीप मिश्रा वृंदावन जाएं। वहां हमारी चित्रगुप्त पीठ है, नाक रगड़कर माफी मांगें, जैसे राधा रानी से मांगी थी। इस बारे में आज शिवपुरी स्थित स्थानीय चित्रगुप्त मंदिर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की अगुवाई में चित्रांश कल्याण समिति सहित अन्य कायस्थ संगठनों की एक महत्त्वपूर्ण बैठक आहूत की गयी, जिसमें सैकड़ो लोगों ने एक स्वर में कथा बाचक प्रदीप मिश्रा के प्रति आक्रोश व्यक्त किया गया। दरअसल गत दिनों प्रदीप मिश्रा ने महाराष्ट्र के बीड में अपनी कथा के दौरान कायस्थ समाज के आराध्य देवता चित्रगुप्त को लेकर अपमान जनक भाषा का प्रयोग करके अभद्र टिप्पणी की थी। बैठक में जिलाध्यक्ष अनुराग अष्ठाना, प्रदेश सचिव अशोक सक्सेना, प्रदेश सचिव रुपेश श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष राम स्वरूप श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव श्रीवास्तव, भूपेंद्र भटनागर, अनिल निगम, केबी श्रीवास्तव सहित अन्य वक्ताओं ने अपने उदबोधन में प्रदीप मिश्रा की कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हुए उनके प्रति भारी आक्रोश व्यक्त किया। बैठक में सर्व सम्मति से कथा बाचक को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। कायस्थ समाज के सभी लोगों ने जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। तद उपरांत सभी कलेक्टरेट पहुंचे औऱ ज्ञापन दिया।
ऐसी बातें करेंगे तो समाज में गलत संदेश जाएगा: अनुराग अष्ठाना
समाज के जिला अध्यक्ष अनुराग अष्ठाना ने कहा, मैंने खुद 11 बार शिवमहापुराण पढ़ी है, कहीं पर भी ऐसा नहीं लिखा है। उन्हें ऐसी टिप्पणी नहीं करना चाहिए, उनकी कथाओं में बड़ी संख्या में लोग आते हैं, यदि वे इस तरह की बातें करेंगे तो समाज में गलत संदेश जाएगा। हम इसका विरोध करते हैं। दिल्ली, पटना, जयपुर तमाम जगह उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए कार्रवाई हो रही है।
भगवान सद्बुद्धि दें
समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव श्रीवास्तव ने कहा, पं. मिश्रा ने मंदसौर में कहा कि यहां की महिलाएं वैश्यावृत्ति बंद करें, राधा रानी के बारे में भी उन्होंने गलत बताया। कल जो उन्होंने माफी मांगी, उस में उन्होंने यह बताने का प्रयास किया कि मैं जो बोलता हूं, वेद-पुराण से बोलता हूं और जो कई लोगों ने पढ़ी नहीं होती, जिससे वह समझ नहीं पाते। यह उन्होंने अपनी बात की पुष्टि की है कि मैंने जो कहा है, वह वेद-पुराणों में लिखा है। इससे समाज में रोष बढ़ गया है। भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें सदबुद्धि दें।
प्रदर्शन में ये थे मौजूद
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अनुराग अष्ठाना, प्रदेश सचिव द्वय अशोक सक्सेना, रुपेश श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष रामस्वरूप श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव श्रीवास्तव, भूपेंद्र भटनागर, अनिल निगम, सूरज सक्सेना, केबी श्रीवास्तव, मधुर श्रीवास्तव, गजेंद्र सक्सेना, राकेश भटनागर, नरेंद्र श्रीवास्तव, आलोक अष्ठाना, केशव सक्सेना, देवेंद्र खरे, अविनाश सक्सेना, चिराग खरे, हर्ष सक्सेना, आशीष सक्सेना, राधा मोहन श्रीवास्तव, केके सक्सेना, शैलेश भटनागर, विष्णु श्रीवास्तव, अतुल श्रीवास्तव, राहुल अष्ठाना, जगदीश श्रीवास्तव, विष्णु श्रीवास्तव छीर सागर, दिलीप श्रीवास्तव, डॉ जीएस सक्सेना, रवि कुलश्रेष्ठ, अजय श्रीवास्तव, विकास श्रीवास्तव, दीपेश सक्सेना, कुणाल सक्सेना, अवधेश श्रीवास्तव सहित सेकड़ों समाज बंधु उपस्थित थे।

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