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#धमाका_बड़ी_खबर: जहां आवश्यक वहां अब तक क्यों नहीं बिछाई मड़ीखेड़ा की लाइन, माधव टाइगर रिजर्व पानी पर ग्रहण लगाने की तैयारी में, करोड़ों खर्च करके लाया गया मड़ीखेड़ा पेयजल परियोजना का पानी आवाम को नहीं हासिल

बुधवार, 11 जून 2025

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। शहर में पेयजल सप्लाई के लिए करोड़ों खर्च करके लाया गया मड़ीखेड़ा पेयजल परियोजना का पानी अभी तक शहर के कुछ हिस्सों में नहीं पहुंच पाया है जबकि नपा के कर्णधार रात दिन मड़ीखेड़ा परियोजना के कार्य में जुटे होने का दावा करते हैं और उसके नाम पर करोड़ों की राशि खर्च भी की जा चुकी है। जिसके नतीजे में नगर के कुछ इलाकों में अब तक नलकूप और चांदपाठा तालाब के पानी पर लोगों को आश्रित होना पड़ रहा है। ये बात इस वक्त प्रसंग वश इसलिए उठानी पड़ रही है कि जिन इलाकों के लोगों के कंठ चांदपाठा के पानी से तर होते हैं उस चांदपाठा के पानी पर माधव टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने ग्रहण लगाने की चेतावनी दे डाली है। उनकी चिंता इसलिए भी जायज है कि जिस तरह भीषण और प्रचंड गर्मी का दौर जारी है और आगे भी यही दौर जारी रहा तो फिर क्या होगा ? उसी की फिक्र में 1132 फीट वाटर लेवल वाले चांदपाठा से उन्होंने 1124 फीट पानी रहते सप्लाई रोक देने की धमकी नपा को दे डाली है हालांकि पूर्व के समय में इससे कुछ अधिक पानी भी नगर को मिलता रहा है लेकिन इस बार वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ने की बात कहते हुए प्रबंधन ने नपा की नींद उड़ा दी है जिसके चलते नपा के अधिकारी आसमान की ओर देखने लगे हैं क्योंकि जिले में मानसून की लिखित आमद 15 जून से दर्ज है। अगर तय समय पर पानी नहीं आया तो शहर के वार्ड वार्ड 21, 22, 32, पुरानी शिवपुरी और फिजिकल में पानी सप्लाई प्रभावित हो सकती है। 
सवाल फिर वहीं आखिर क्यों नहीं बिछाई अब तक लाइन ? 
जनता का कहना है कि नपा ने कहीं तो नव विकसित कॉलोनियों में मड़ीखेड़ा की लाइन बिछा मारी। इधर शहर में पुरानी लाइन थी, नल आते थे फिर नई लाइन के लिए सड़कें खोद डालीं लेकिन जिधर आवश्यकता है वहां लाइन बिछाई ही नहीं गई। 
ये बोले सीएमओ 
टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने कह दिया है कि आधा फीट पानी और ले लीजिए, इसके बाद हम सप्लाई नहीं दे सकेंगे।कलेक्टर से भी बात हुई है।ईशांक धाकड़, सीएमओ नपा
बढ़ गए वन्य प्राणी, क्या प्यासे रखेंगे
वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ रही है इसलिए पानी ज्यादा चाहिए।  इसलिए हम एक फीट से अधिक पानी नहीं दे सकते। आधा फीट पानी हम दे चुके हैं, आधा फीट और दे सकते हैं। इसके बाद नपा को व्यवस्था करनी होगी, क्योंकि वन्य प्राणियों के लिए भी पानी की आवश्यकता है।
वृंदावन यादव, रेंजर दक्षिण क्षेत्र, माधव टाइगर रिजर्व, शिवपुरी।










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