शिवपुरी। नगर में जल भराव के हालात पर तत्काल काबू पाने के नगर पालिका अध्यक्ष, सीएमओ को दावे औंधे मुंह दिखाई दे रहे हैं। नपा बिना किसी प्लानिंग और सोच विचार किए नगर के वार्डों में जो चंद सीसी सड़क डाल भी रही है वहीं सड़कें लोगों के घरों में जल भराव का कारण बनी हुई हैं। सोमवार को नगर के वार्ड एक कत्था मिल के सामने स्थित कॉलोनी में लोगों के घरों में जल भराव हो गया। लोगों ने जब नगर पालिका के वार्ड पार्षद अमर दीप को फोन लगाया तो कोई मौके पर नहीं पहुंचा। हालात ये बने कि जब लोगों ने खुद की मोटर चलाकर पानी निकालने की कोशिश की फिर भी पानी नहींनिकला। जिससे कॉलोनी के लोगों में रोष व्याप्त है। यहां रहने वाले भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह तोमर ने बताया कि घरों में पानी भरा, हमारे द्वारा बार-बार फोन करने पर अध्यक्ष तो आई लेकिन उन्होंने जब पार्षद कोफोन लगाया तो वार्ड नंबर 1 के पार्षद मौके पर नहीं आए। उन्होंने कहा कि नगर पालिका वास्तव में लोगों के लिए नरक पालिका बनती जा रही है। वार्ड नंबर एक में कत्था मिल के सामने थीम रोड से लेकर गणेशा ब्लेस्ड स्कूल तक जो रोड डालीगई वह इतनी ऊंची बनाई है कि कुछ गलियों में पानी भर गया और लोगों के मकान के अंदर भी पानी आ गया। जब नगर पालिका अध्यक्ष को इस बात की सूचना दी गई तो वह अपने दलबल के साथ पहुंची और उन्होंने स्वयं पार्षद को फोन करके बुलाने की कोशिश की परंतु पार्षद ने यह कहते हुए उन्हें वापस आने के लिए कहा कि यह अपने लोग नहीं है। तब नगर पालिका अध्यक्ष ने लोगों से कहा कि आप पानी निकालने की अपने आप व्यवस्था करें नगर पालिका के पास कोई मशीनरी उपलब्ध नहीं है और ना ही हम रोड से नाली बना सकते हैं।
यहां यह ध्यान देने योग्य बात है की शत्रुघ्न सिंह तोमर जिनके मकान में पानी भरा वह भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष हैं जो संघ परिवार की एक इकाई है और भाजपा के पार्षद अमरदीप शर्मा संघ परिवार की राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी से पार्षद हैं उसके बाद भी यह भेदभाव समझ से परे है। घरों में पानी भर जाने पर गली के लोगों ने निजी मोटर खरीद कर उसे पानी को बाहर निकाला। लोगों का यह कहना है कि जब सड़क बनी थी तो उसके साथ नाली भी मंजूर हुई थी परंतु नाली शायद भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई जिस तरह लालू चारा खा गए। इस तरह लोगों का कहना है कि वार्ड नंबर के एक के पार्षद अमरदीप शर्मा लगातार नालियां खाते जा रहे हैं। समीप स्थित बछोरा गांव में भी यही स्थिति देखने को मिली। समाचार लिखे जाने तक तुलसी कॉलोनी के लोगों में रोष व्याप्त था।

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