पुलिस ने बताया कि जुलूस से पहले, आयोजकों के साथ बैठकें हुई थीं और उन्हें मार्ग के बारे में जानकारी दी गई थी। आयोजकों ने लिखित में भी सहमति दी थी कि जुलूस निर्धारित मार्ग पर ही चलेगा।
हालांकि, वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कुछ लोगों ने इस समझौते का उल्लंघन किया, जिसके कारण यह घटना हुई। पुलिस ने इरफान खान उर्फ लल्ला और उसके 15 साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
उज्जैन में मोहर्रम जुलूस के दौरान, जीवाजीगंज के सीएसपी सुमित अग्रवाल की दमदार कार्रवाई ने सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने से बचाया। कुछ असामाजिक तत्व जुलूस को प्रतिबंधित क्षेत्र में ले जाने का प्रयास कर रहे थे, जिससे तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। सीएसपी अग्रवाल ने तुरंत मोर्चा संभालकर इन तत्वों को खदेड़ दिया। उनकी इस तत्परता और प्रभावी कार्रवाई से शहर में शांति व्यवस्था बनी रही।

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