
#धमाका_बड़ी_खबर: किसी की अटकी किश्त, किसी के घर नहीं राशन, जिले के करीब एक दर्जन विभागों के अधिकारी कर्मचारियों को एक तारीख को मिलने वाला वेतन कोषालय के अड़ंगे के चलते नहीं मिल सका
शिवपुरी। जिले के करीब एक दर्जन विभागों के अधिकारी कर्मचारियों को एक तारीख को मिलने वाला वेतन कोषालय के अड़ंगे के चलते नहीं मिल सका। अड़ंगा दूर होगा उसके बाद ही वेतन मिलेगा लेकिन इसमें कितने दिन लगेंगे कहना मुश्किल है। इधर इस बात को लेकर अधिकारी कर्मचारियों में रोष फैला है कि वेतन समय पर नहीं दिया जा रहा जबकि किसी को बच्चों की फीस, किसी को लोन की ईएमआई भरनी होती है या गृहस्थी का सामान लाना होता है लेकिन कोषालय की लापरवाही से वेतन के लाले पड़ गए हैं। दरअसल सरकारी विभागों में लगातार सामने आ रहे घोटालों के चलते सरकार ने तय किया है कि वेतन आहरण के लिए कार्यालय स्टाफ के सभी साथियों का वेतन ब्यौरा का पूर्ण विवरण अलग अलग भरकर दिया जाए यानी सबसे अधिक वेतन से लेकर अन्य ब्यौरा लिखा जाए। ये प्रक्रिया करीब तीन महीने से लागू किए जाने की प्रक्रिया जारी थी लेकिन दो दिन पहले जिन एक दर्जन के करीब कार्यालयों ने उक्त जानकारी प्रपत्र में भरकर नहीं भेजी उनके वेतन रोक कर कोषालय ने रिमार्क लगा दिया। अब कर्मचारी परेशानी में हैं। उनका कहना है कि उक्त संबंध में कोई पत्राचार विभागीय स्तर पर नहीं किया गया जिससे उन्हें उक्त नियम की जानकारी नहीं हो सकी। जब वेतन रुका और एटीओ मोहित कुशवाह से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वाट्सअप पर जानकारी साझा की थी। धमाका न्यूज ने जब कुशवाह से बात की तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से हम तीन महीने से उक्त बात बताते आ रहे हैं। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के निर्देश पर कार्यालयों के जो ग्रुप हैं उन पर भी जानकारी साझा की है लेकिन जिन्होंने उसे फीड नहीं किया तो इसी महीने वेतन रोक दिया है जानकारी जैसे ही आएगी वेतन दिया जाएगा। ये आदेश सरकार के अनुसार ही है। इधर कर्मचारियों का कहना है कि कुछ दिन पहले ही संवाद स्थापित करते या जानकारी देते तो हमें वेतन के लाले नहीं पड़ते।

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