शिवपुरी। नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा के विरोध में अविश्वास को लेकर आज सोमवार को जिला कलेक्टर रवीन्द्र कुमार की अदालत में पेश बगीचा सरकार कसम वाले 18 पार्षदों का कलेक्टर ने वेरिफिकेशन किया। जबकि 22 में से नदारद 4 पार्षदों को लेकर नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा ने कहा हमारे दो पार्षद वेदांत सविता, मक्खन आदिवासी बिक गए इसलिए नहीं आए, एक अस्पताल मीना में भर्ती हैं जबकि उपाध्यक्ष पति रामजी व्यास जो कल तक बागी पार्षदों की ध्वज पताका लेकर सबसे आगे चल रहे थे अचानक गुगली पर यूं टर्न ले बैठे। पहले तो वे देर से आए बाद में मीडिया ने जब पूछा कि आप इन लोगों के साथ नहीं हो क्या तो उन्होंने अलग अंदाज ने जवाब दिया जो चौंकाने वाला है। उनका कहना है कि महाराज हमारे नेता है, फिर पार्टी अध्यक्ष है उन्होंने हमसे बात की है समय मांगा है तो हमको वरिष्ठ नेतृत्व की बात तो माननी होगी। जब उनसे पूछा कि क्या वे कसम खाने वाले पार्षदों के साथ नहीं हैं तो उन्होंने बात वही दोहराई और दूर चले गए। कुल मिलाकर
आज पहले दिए गएअविश्वास प्रस्ताव की बैठक बुलाने के पत्र के जवाब में हस्ताक्षर वेरिफिकेशन कलेक्टर ने आधार कार्ड के साथ किया जिसमें 22 की बजाए 18 पार्षद मौजूद थे। इसके बाद देखा जाए तो गायत्री शर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आना तय हो गया है। नियमानुसार कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी को विशेष सम्मेलन 15 दिवस के अंदर बुलाना होगा। सम्मेलन की घोषित तारीख को वोटिंग होगी। नगर पालिका के संविधान के तहत गायत्री शर्मा के 39 पार्षद में से 13 वोट चाहिए। यह गायत्री शर्मा के लिए मुश्किल नही है लेकिन माना जा रहा है जो पार्षद इस राजनीति से दूर है या गायत्री शर्मा के साथ खडे वह पार्षद गायत्री शर्मा के पक्ष में वोटिंग करे यह भी अभी तय नही है। इधर पार्षद पति डिंपल जैन ने नगर पालिका के विधान के अनुसार बताया कि उनके साथ मौजूद 18 पार्षद के बिना अध्यक्ष शून्य हो जाएंगी, यानि कि साफ हो गया है कि अविश्वास फेल भी हुआ तो बागी दल इस्तीफा देगा। हालांकि राजू गुर्जर ने कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी है। इस्तीफे बेशक तैयार हैं लेकिन उसके पहले बगीचा सरकार पर हमें भरोसा है।
कलेक्टर रवीन्द्र ने कहा 18 आए थे, आगे जो होगा बताएंगे
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार ने मीडिया से दो टूक बात की बताया कि आज 18 पार्षद आए थे। जब पत्रकारों ने पूछा आगे क्या तो उन्होंने कहा कि जो करेंगे बताएंगे।
इन्हें बुलाया था आज कलेक्टर ने
बता दें कि जरिये सूचना पत्र कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने आज पार्षद संजय गुप्ता पार्षद वार्ड क्रमांक 04, ओमप्रकाश जैन पार्षद वार्ड क्रमांक 05, मोनिका सीटू सडैया पार्षद वार्ड क्रमांक 06. ऋतू रत्नेश जैन पार्षद वार्ड क्रमांक 09. प्रतिभा शर्मा पार्षद वार्ड क्रमांक 10. नीलम अनिल बघेल पार्षद वार्ड क्रमांक 11. सरोज धाकड पार्षद वार्ड क्रमाक 12. राजा यादव पार्षद वार्ड क्रमांक 17. रीना कुलदीप शर्मा पार्षद वार्ड क्रमांक 18 विजय शर्मा विंदास पार्षद वार्ड क्रमांक 20, रघुराज सिंह राजू गुर्जर पार्षद वार्ड क्रमांक 21. सरोज रामजी व्यास पार्षद वार्ड क्रमांक 26, ताराचंद राठौर पार्षद वार्ड क्रमांक 28. मीना मकेश बाथम पार्षद वार्ड क्रमांक 29, कमला किशन शाक्य पार्पट वाई क्रमाक 30 मीना पंकज शर्मा पार्षद वार्ड क्रमांक 31. शशि आशीष शर्मा पार्षद वार्ड क्रमांक 34. पार्षद वार्ड क्रमांक 15 मक्खन आदिवासी पार्षद वार्ड क्रमांक 16 वेदांश सविता पार्षद वार्ड क्रमांक गौरव सिंघल पार्षद वार्ड क्रमांक 37. कृष्णा जाटव पार्षद वार्ड क्रमांक 39. ममता वाईसराम धाकड में मध्यप्रदेश नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 43-क के अंतर्गत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया 38 द्वारा अध्यक्ष नगरपालिका परिषद शिवपुरी को पद से हटाने हेतु अविश्वास प्रस्ताव के प्रकरण में सुनवाई हेतु तिथि 25.08.2025 नियत है। अतः आप स्वयं अपने पहचान-पत्र के साथ प्रकरण में नियत दिनांक 25.08 2025 को समय दोपहर 02:30 बजे सुनवाई न्यायालय कलेक्टर जिला शिवपुरी स्थान-कलेक्टेट शिवपुरी में उपस्थित होवे। जिला शिवपुरी म.प्र। जिसमें से 4 पार्षद नहीं आए। इसके पहले बगीचा सरकार की शपथ के बाद शिवपुरी में राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गया था और रूठे हुए पार्षदों को मनाने के लिए केन्द्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वन टू वन चर्चा की गई। प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन भारतीय जनता पार्टी शिवपुरी के जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव, राजू बाथम ने इन बागी पार्षदों को मनाने का प्रयास किया लेकिन पार्षद नही माने। इसी क्रम में पार्षदों ने 11 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन किया और इसी प्रक्रिया के तहत आज कलेक्टर शिवपुरी ने पार्षदों को हस्ताक्षर वेरिफिकेशन के लिए बुलाया था।
पार्षद वेदांत सविता का तीखा बयान आया सामने
नेता प्रतिपक्ष की भाषा ही उनके स्तर को दिखाती है।
मेरा नेता प्रतिपक्ष श्रीमती शर्मा जी से यही कहना है की कुछ भी बोलने से पहले अपने स्वयं विचार कर ले की वो कितनी सही है?
जब आपने परिषद की बैठक में यह कहा था कि मेरे वार्ड में तो काम हो रहे है, तो में यह पूछना चाहूँगा कि आपका तब सेटलमेंट था ? या अभी नहीं हो पाया इसीलिए बौखलाए हुए हो ?
और जब आपने पूर्व में स्वीकार किया था कि आपके वार्ड में कम हुए है तो यह अविश्वास कैसा?
मेरे बारे में किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत टिप्पणी ना करें, क्यूंकि यदि में व्यक्तिगत टिप्पणी करना शुरू करूँगा तो…
शहर ज़्यादा बड़ा नहीं है सब सबके बारे में जानते है इसीलिए आप अपनी और अपनी पार्टी की चिंता कीजिए।
मेरी चिंता भारतीय जनता पार्टी और श्रीमंत महाराज साहब कर लेंगे, में एक सामान्य कार्यकर्ता हूँ ।

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