हैदराबाद। अभी लोग 20 यात्रियों के जिंदा जल जाने वाले जोधपुर राजस्थान में हुए यात्री बस अग्निकांड को भूले भी नहीं हैं कि आज तड़के तीन बजे एक और यात्री बस बाइक से टकराने के बाद आग का गोला बन गई जिसमें 19 यात्रियों की अभी तक मौत हो चुकी है जबकि ये आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। आंध्र प्रदेश में हैदराबाद-बेंगलुरु रूट पर एक प्राइवेट कंपनी की बस में आग लगने से भीषण हादसा हुआ है। कुरनूल जिले के चिन्ना टेकुरु गांव में शुक्रवार तड़के एक निजी कावेरी ट्रैवल्स बस की एक बाइक से टक्कर के बाद आग लग गई।
कुरनूल रेंज के डीआईजी कोया प्रवीण ने हादसे की जानकारी देते हुए समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "आज सुबह तीन बजे एक बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, जिसमें हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक यात्री बस की बाइक से टक्कर हो गई जिससे आग भड़क गई और बस में सवार यात्री जिंदा जल गए, दुर्घटनास्थल से 19 शव बरामद किए जा चुके हैं." हालांकि, उन्होंने ये आशंका भी जताई की मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर ने बस की खिड़कियां तोड़कर 19 लोगों की जान बचाई लेकिन बाकी 21 लोग उसमें फंस गए, इनमें से 19 के शव बरामद किए जा चुके हैं।डीआईजी कोया प्रवीण के मुताबिक, बस हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी और गलत दिशा में आ रही बाइक से टकरा गई। बाइक के फ़्यूल टैंक की वजह से आग बस में भी तेज़ी से फैल गई। उन्होंने बताया कि ऑफिशियली बस में 39 लोग सवार थे लेकिन एक शख़्स बीच सफर में बस में चढ़ा था, जिसकी जानकारी जुटाने की कोशिश पुलिस कर रही है।
आग लगते ही जाम हुए गेट
शॉर्ट सर्किट के कारण बस का दरवाजा जाम हो गया और कुछ ही मिनटों में वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गया। पुलिस ने आगे बताया कि ज्यादातर लोग 25 से 35 साल की उम्र के थे। लगभग 19 यात्री, दो बच्चे और दो चालक इस दुर्घटना में बाल-बाल बच गए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया पोस्ट
घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदीमुर्मू ने दुखा जताया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बस में आग लगने की दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
देश भर में इन बसों को लेकर गुस्सा, प्रतिबंधित किए जाने की मांग
राजस्थान के बाद आज हैदराबाद बस हादसे को लेकर देश भर में लोगों ने गुस्से का इजहार किया है। एक हादसे में बीस जबकि कुछ ही दिन में दूसरे हादसे में उन्नीस लोगों के जिंदा जलने से लोगों में भयंकर गुस्सा है। उनका कहना है कि बेहद संकीर्ण जगह और एक गेट पर संचालित बस मौत का कुआं है और लोग जल्दी निकलने की कोशिश में फंसकर रह जाते हैं ऑटोमैटिक गेट लॉक हो जाने से हादसे बड़ा रूप ले लेते है जैसा इन दोनों बड़े हादसों में हुआ है। सिर्फ शोक जताने से काम नहीं चलने वाला।
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