शिवपुरी। आमजन को बिजली के भारी बिलों का सामना न करना पड़े इसे लेकर जिला कांग्रेस ने पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह एवं अध्यक्ष मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जाने का विरोध किया और इस संदर्भ में माधव चौक से कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर पोहरी विधानसभा से विधायक कैलाश कुशवाह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।
जिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित अग्रवाल ने कहा कि यह स्मार्ट मीटर जनविरोधी है और आमजन पर आर्थिक लूट है जिसे कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने स्मार्ट मीटर के विरोध में प्रदर्शन किया और इन स्मार्ट मीटरों का न लगाए जाने की मांग शासन प्रशासन से की।
विधायक कैलाश कुशवाह ने कहा कि आमजन के पुराने मीटर सही काम कर रहे हैं, फिर भी शासन प्रशासन के द्वारा पुलिस बल के दबाव में स्मार्ट मीटर जबरन थोपे जा रहे हैं, जो आम उपभोक्ता की जेब पर सीधा प्रहार है। इन स्मार्ट मीटरों को लेकर ही कांग्रेस पार्टी ने जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से रैली निकाली और स्मार्ट मीटर के विरोध में ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कांग्रेसजन में पूर्व अध्यक्ष विजय सिंह चौहान, नपा नेता प्रतिपक्ष श्रीमती शशि शर्मा, साहब सिंह कुशवाह, संजय चतुर्वेदी, राजू गुर्जर, राजकुमार शाक्य, एड पंकज आहूजा, योगेश करारे, सीटू सड़ेया, पार्षद संजय गुप्ता पप्पू, अनिल शर्मा उत्साही, चंद्रकांत शर्मा मामा, सिद्धार्थ सिंह चौहान, सत्यम सिंह चौहान,पार्षद बाईसराम धाकड़ आदि सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए। इस दौरान सभी कांग्रेसजनों ने हाथों में स्मार्ट मीटर का विरोध दर्ज करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर विरोध किया।
यह बताया ज्ञापन में
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोहित अग्रवाल ने कलेक्टर को सौंपे को ज्ञापन में बताया कि राज्य में 1 करोड़ 77 लाख नला 74 हजार बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के लाखों लोग शामिल हैं। इसी प्रकार से शिवपुरी में कुल 1.23 लाख उपभोक्ताओं में से 47 हजार शहरी हैं, और 5 हजार 789 घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। शासन का 2028 तक सभी पर मीटर अनिवार्य करने का फैसला तुगलकी फरमान है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने 888 करोड़ मुनाफे का लगाया आरोप
जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहित अग्रवाल ने स्मार्ट मीटर का विरोध जताते हुए इसे 888 करोड़ का मुनाफा निजी कंपनियों को पहुंचाने के रूप में आरोप लगाए। इस ज्ञापन में स्मार्ट मीटर को लेकर गणना दी है कि प्रत्येक मीटर पर सप्लायर कंपनी 500 रुपये कमाती है, तो कुल 888 करोड़ 70 लाख रुपये का मुनाफा होगा। यदि प्रति मीटर 2,000-5,000 रुपये का लाभ हो, तो यह हजारों करोड़ का वैध घोटाला साबित होगा। कांग्रेस का आरोप है कि यह लाभ चुनिंदा उद्योगपतियों को पहुंचाया जा रहा है। इसलिए जिला कांग्रेस स्मार्ट मीटर का लगातार विरोध कर रही है और आगे भी करेंगे।















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