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#धमाका_बड़ी_खबर: शिवपुरी के अजाक उपपुलिस अधीक्षक अवनीत शर्मा केएफ रुस्तमजी अवॉर्ड 2020 से सम्मानित, MP पुलिस के 45 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी केएफ रुस्तमजी पुरस्कार से सम्मानित

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शुक्रवार, 6 जून 2025


शिवपुरी। शासकीय सेवा का अवसर मिलने के बाद कुछ लोग अपने पद का निर्वहन पूरी मेहनत, लगन, कर्तव्यनिष्ठा के साथ करते हैं और उसके नतीजे में वे कुछ ऐसा काम कर जाते हैं कि दुनिया ने उनका नाम रोशन हो जाता है। लोग उनकी वाहवाही करते नहीं थकते। 
कुछ ऐसा ही कमाल किया है शिवपुरी जिले के अजाक
उपपुलिस अधीक्षक अवनीत शर्मा ने जिन्हें पुलिस मुख्यालय, मध्य प्रदेश, भोपाल द्वारा के. एफ. रूस्तमजी पुरस्कार  वर्ष 2020 की विशिष्ट श्रेणी में अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया है। उन्हें पचास हजार की राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया है। प्रदेश स्तर से आज 6 जून 2025 को जारी 45 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी की घोषित अवॉर्ड सूची में शामिल पुलिस के ईनामदार, जांबाज और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी अवनीत शर्मा को ये प्रतिष्ठित रुस्तम जी अवॉर्ड उनके तत्कालीन कार्य स्थल गुना कोतवाली में टीआई पद पर रहते किए गए असाधारण वीरता का प्रदर्शन करने के बदले में प्रदान किया गया है। शर्मा ने गुना के बड़े शूज व्यवसाई धरमचंद्र बत्रा की पत्नी सुदर्शन बत्रा की 11 मई 2019 को गुना शहर में दिन दहाड़े सनसनीखेज हत्या के खुलासे के बदले दिया गया है। इस अंधे हत्याकांड में कोई सुराग न होने के बावजूद टीआई शर्मा ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए मर्डर का खुलासा किया था। नगर के बीच दिन में हुई सरेआम हत्या से पूरा गुना दहल उठा था। व्यवसाई से मामला जुड़ा होने के चलते ये मामला पुलिस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था लेकिन टीआई शर्मा ने भी पूरी शिद्दत से केस सुलझाकर सभी का विश्वास जीता। जिसके बदले में तत्कालीन गुना एसपी राजेश कुमार सिंह ने विभाग को टीआई शर्मा का नाम अनुशंसा कर इस महत्वपूर्ण पुरस्कार के लिए भेजा था। आपको बता दें कि शर्मा ने गुना कोतवाली के साथ साथ शिवपुरी के कोलारस थाना को ISO अवार्ड भी दिलवाए हैं।
शासन ने घोषित की पुरस्कार पाने वाले पुलिस अधिकारियों की सूची
मध्यप्रदेश शासन, गृह विभाग, मंत्रालय भोपाल के राजपत्र क्रमांक एफ. 2 (अ) 47-2012-बी-4-दो, दिनांक 22 अगस्त 2013 में प्रकाशित के. एफ. रूस्तमजी पुरस्कार नियम, 2013 में निहित प्रावधानों के अन्तर्गत वर्ष 2019-2020 के लिए परम विशिष्ट, अति विशिष्ट एवं विशिष्ट श्रेणी में निम्न अधिकारियों, कर्मचारियों को उनके नाम के सम्मुख दर्शाये अनुसार पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया है।
आइए जानते हैं अवनीत शर्मा को किस घटना के खुलासे पर मिला रुस्तम सिंह अवार्ड
(घटना पर आधारित, तथ्यात्मक, सारगर्भित तथा अधिकतम 200 शब्दों में)
 दिनांक 11.5.2019 को फरियादी धरमचंद्र पुत्र मानकचंद बत्रा उम्र 85 वर्ष
निवासी पंजाबी मोहल्ला गुना द्वारा रिपोर्ट की गयी थी कि वह कोतवाली के पास स्थित उसकी जूते की दुकान पर था एवं लडका पुनीत एवं उसके बच्चे इंदौर गये थे। शाम को घर जाकर देखा तो पत्नि सुदर्शन बत्रा उम्र 76 वर्ष खून से लथपथ पडी हुई थी एवं धारदार हथियार से उसकी गर्दन पर चोट पहुंचाई गयी थी। इस प्रकार सुदर्शन बत्रा की हत्या कर दी गयी थी एवं 4-5 लाख रूपये घर से गायब थे। उल्लेखनीय है कि फरियादी धरमचंद्र बत्रा का मकान पूर्व चीज जस्टिस आफ इंडिया श्री आर सी लाहोटी के निवास के पास ही है।
दिन दहाडे बीच शहर में घटित किये गये अंधे कत्ल के इस सनसनीखेज प्रकरण के संबंध में थाना कोवातली गुना में अप क 434/19 धारा 460 भादवि पंजीबद्ध किया जाकर थाना प्रभारी निरीक्षक अवनीत शर्मा द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए स्वयं विवेचना की गयी। विवेचना के दौरान फरियादी के लड़के से पूछताछ पर 11 लाख रूपये घर से गायब होना पाया गया। इस गंभीर अपराध में आरोपी तक पहुंचने का कोई सुराग नहीं था और फरियादी द्वारा भी किसी पर शक जाहिर नहीं किया गया था। घटना स्थल बीच शहर में होने से मोबाइल की सी डी आर से भी कुछ हासिल नहीं हो रहा था। ऐसी स्थिति में विवेचक निरीक्षक अवनीत शर्मा द्वारा फरियादी के घर में गत 3-4 वर्षों में काम करने वाले नौकरो पर ध्यान केंद्रित किया और उनकी जानकारी जुटाई जाकर उनसे पूछताछ की गयी, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकल सका। इसके बाद विवेचक निरीक्षक अवनीत शर्मा द्वारा उन नौकरों के बारे में पता लगाया गया, जो मृतिका के नजदीक थे। गत एक वर्ष में काम करने वाले ऐसे दो नौकरों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई, जिन पर मृतिका सुदर्शन बत्रा विश्वास करती थी। यह भी ज्ञात हुआ कि इनके द्वारा चोरी की गयी थी, जिन्हें मृतिका द्वारा पहचान लिया गया था और इन्हें भगा दिया गया था। इन दोनों नौकरों के काल डिटेल एवं सेल आई डी निकलवाई गयीं, जिसमें नौकर रवि रजक की लोकेशन फरियादी के घर पर मिली। संदेही रवि रजक से पूछताछ की गयी, जिसने घटना घटित करना स्वीकार नहीं किया। तदुपरांत बाजार में लगे हुए सी सी टी व्ही कैमरे देखे गये, जिनमें आरोपी रवि रजक एक बैग खरीदता हुआ दिखा एवं शास्त्री पार्क पर लगे हुए कैमरे में चाकू फैकता हुआ दिखाई दिया। सी सी टी व्ही के माध्यम से खोजे गये इन दो महत्वपूर्ण तथ्यों के संबंध में पुनः रवि रजक से बारीकी से पूछताछ की गयी, जिस पर वह सी सी टी व्ही फुटेज एवं चाकू के संबंध में कोई उत्तर नहीं दे सका और अन्ततः उसके द्वारा मृतिका सुदर्शन बत्रा की हत्या करना एवं लगभग 11 लाख रूपये चोरी करना स्वीकार किया। इस पर उससे 10,75,150/- रू की राशि बरामद की गयी। इस प्रकार इस सनसनीखेज हत्या के प्रकरण का खुलासा हुआ। इस प्रकरण में निरीक्षक अवनती शर्मा द्वारा विवेचना के हर पहलू पर बारीकी से कार्य किया और इस सनसनीखेज एवं हृदय विदारक अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर मुल्जिम को न केवल गिरफतार किया बल्कि उससे 10,75,150/- रू की राशि भी बरामद करने में सफलता प्राप्त की।
जानिए क्या है रुस्तम जी अवॉर्ड
रुस्तम जी पुरस्कार मध्य प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है. यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है: प्रमाण पत्र, विशिष्ट और अति विशिष्ट. यह पुरस्कार उन पुलिसकर्मियों को दिया जाता है जिन्होंने असाधारण वीरता का प्रदर्शन किया हो, जैसे कि नक्सल विरोधी अभियान, सांप्रदायिक दंगों को नियंत्रित करने में या गंभीर कानून व्यवस्था की स्थिति में प्रदान किया जाता है। 
रुस्तम जी पुरस्कार का महत्व:
पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा:
यह पुरस्कार पुलिसकर्मियों को प्रेरित करता है और उन्हें अपने कर्तव्यों को और बेहतर तरीके से निभाने के लिए प्रोत्साहित करता है.
उत्कृष्ट कार्य की सराहना:
यह पुरस्कार पुलिस विभाग के उन अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करता है जिन्होंने असाधारण कार्य किया है.
कानून और व्यवस्था बनाए रखने में योगदान:
यह पुरस्कार समाज में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस के योगदान को उजागर करता है. 
रुस्तम जी पुरस्कार के विभिन्न प्रकार:
प्रमाण पत्र:
यह सबसे कम श्रेणी का पुरस्कार है, जो विशिष्ट कार्य के लिए दिया जाता है.
विशिष्ट श्रेणी:
इस श्रेणी में, विशिष्ट कार्य के लिए 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का पुरस्कार दिया जाता है.
अति विशिष्ट श्रेणी:
यह एक उच्च श्रेणी का पुरस्कार है जो उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है.


#धमाका_बड़ी_खबर: आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए चंबल नदी पर बनेगा मध्यप्रदेश का पहला सिक्सलेन केबल-स्टे ब्रिज

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ग्वालियर। आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाना है, इसके टेंडर हो चुके हैं। उप्र, राजस्थान से होकर मप्र में आने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर केबल-स्टे ब्रिज के रूप में एक सुपर स्ट्रक्चर तैयार होने जा रहा है। यह केबल-स्टे ब्रिज राजस्थान और मप्र के बीच चंबल नदी पर बनेगा। यह दो राज्यों को जोड़ने वाला म.प्र. का पहला सिक्सलेन केबल-स्टे ब्रिज होगा। यह केबल-स्टे ब्रिज 600 मीटर लंबा होगा, जो दो विशाल स्तंभों पर केबल के माध्यम से तैयार होगा। 
नंवबर में ब्रिज व एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू हो सकता है
एक किमी तक अभयारण्य और फिर 2 किमी तक इको सेंसेटिव जोन से एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। राजस्थान में भी 1 किमी अभयारण्य सीमा और करीब 9 किमी की संरक्षित सीमा में हाईवे के लिए एनओसी मिल चुकी हैं। जिसे देखकर अनुमान है कि नंवबर में ब्रिज व एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू हो सकता है।











#धमाका_न्यूज: माय फादर माय हीरो 2025 कांटेस्ट का आयोजन, दून पब्लिक स्कूल के आयोजन में भागीदारी करें और जीतें इनाम

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शिवपुरी। दून पब्लिक स्कूल द्वारा छात्रों और उनके पिताओं के लिए एक विशेष ऑनलाइन माय फादर माय हीरो प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, जिसका रिजल्ट 15 जून 2025 को जारी किया जाएगा । इस प्रतियोगिता में 3 वर्ष से 14 वर्ष तक के छात्र छात्राऐं  अपने पिता  के साथ यादगार पलों को साझा कर आकर्षक पुरस्‍कार जीत सकते हैं। 
स्कूल प्रशासन ने जिले भर के छात्रों और उनके पिताओं से मजेदार गतिविधियों में भाग लेने का आग्रह किया है। इन गतिविधियों में शामिल हैं:
- फोटो शेयरिंग: छात्र अपने पिताओं के साथ सेल्फी लेकर या कोई अन्य यादगार फोटो स्कूल को भेज सकते हैं।
- वीडियो रिकॉर्डिंग: छात्र अपने पिता के साथ एक मिनट का वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं जिसमें वे अपने पिताओं के साथ कुछ विशेष पल बिता रहे हों। जैसे कि बागवानी, कहानी पढ़ना, खाना पकाना, खेलना और यात्रा करना आदि।
इन गतिविधियों में भाग लेने के लिए छात्रों को अपने वीडियो और फोटो 12 जून 2025 तक व्हाट्सएप नंबर 7987025721 पर भेजने होंगे।  भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को वर्चुअली सर्टिफिकेट और प्रथम पांच प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे।अधिक जानकारी के लिए स्कूल नंबर 9425784575, 6232009575 पर संपर्क कर सकते हैं।










#धमाका_न्यूज: कै. श्रीमंत माधवराव महाराज सिंधिया (प्रथम) की 100वीं पुण्यतिथि (छबीना) समारोह 9 जून को छतरी परिसर शिवपुरी में आयोजित होगा

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शिवपुरी। श्रीमंत कै. महाराज माधवराव  सिंधिया जी का 100 वा छबीना समारोह 9 जून 2025, सोमवार को आयोजित किया जा रहा है। श्री अशोक मोहिते ऑफीसर छत्री एवं कार्यक्रम संयोजक, शिवपुरी ने बताया कि प्रति वर्षानुसार श्रीमन्त कै. जीजा महाराज छत्री ट्रस्ट, शिवपुरी बैनर तले कै. श्रीमंत माधवराव महाराज सिंधिया (प्रथम) की 100वीं पुण्यतिथि (छबीना) के समारोह पर आयोजित निम्नलिखित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर हरिकीर्तन, शास्त्रीय संगीत, भजन उत्सव की शोभा बढ़ाकर हमें कृतार्थ करें।
कार्यक्रम छबीना (पुण्य स्मृति)  9 जून
* रूद्राभिषेक माधवेश्वर महादेव प्रातः 7.30 बजे
* वस्त्रदान व अन्नदान चिन्ताहरण मंदिर पर गरीब, अपाहिज व निराश्रितों को  प्रातः 10 बजे।
* ब्राह्मण भोजन प्रातः 12 बजे
* परमश्रद्धेय ढोलीबुआ महाराज
की हरिकथा सायंकाल 6 बजे
* प्रसाद वितरण व आतिशबाजी रात्रि 8.30 बजे से 9.30 बजे तक।
* छत्री संगीत (शास्त्रीय व सुगम) द्वारा श्री आत्मानंद शर्मा, श्री अशोक कुमार मोहिते
एवं आमंत्रित कलाकार रात्रि 9.30 बजे से सभा समाप्ति तक।
शताब्दी परम्परायें
1. परम श्रद्धेय श्रीमन्त महाराजा माधोराव सिन्धिया द्वारा 08 अगस्त 1921 को श्रीमन्त कै. जीजा महाराज छत्री ट्रस्ट शिवपुरी की स्थापना की। उसी वर्ष प्रथम छबीना समारोह भाद्रपद चर्तुदशी सम्वत् 1979 को मनाया गया। तद्नुसार दिनांक 16 सितम्बर (भाद्रपद चर्तुदशी (अनन्त चौदस) सम्वत् 2082 को उक्त समारोह एवं छत्री ट्रस्ट को 104 वर्ष पूर्ण हुये।
2 छबीना समारोह (पुण्यतिथि समारोह) में अभिषेक, पूजन, भजन, ब्राम्हण भोजन, संकिर्तन, हरीकथा, गरीब अपाहित, अनाथों को अन्नदान, वस्त्रदान व समस्त समाज को शिक्षादान, आनंन्ददान की परम्परा प्रारम्भ हुई।
3. उज्जैन में सन् 1915 में सख्याराजे सदावृत धर्मशाला की परम्परा के अनुसार ही शिवपुरी में चिन्ताहरण हनुमान मन्दिर (पंचमुखी महादेव) पर नित्य अखण्ड व्रत के रूप में सख्याराजे सदावृत का प्रारम्भ हुआ व प्रतिदिन प्रातः गरीबों, अपाहिज, साधू सन्त, निराश्रितों को आटा, दाल, नमक, मिर्च व दक्षिणा प्रदान करने का सदावृत प्रारम्भ हुआ जो लगातार 104 वर्षों से चल रहा है एवं अभी तक 10,69,650 व्यक्ति लाभान्वित हुये हैं एवं प्रतिवर्ष छबीना समारोह पर वस्त्रदान के माध्यम से 22,90 लोग लाभान्वित हुये हैं।
4. सन् 1921 से नित्य संगीत की परम्परा में ग्वालियर घराने का शास्त्रीय संगीत, गजल, भजन, कव्वाली एवं कत्थक नृत्य का आयोजन होता रहा है, जो आज भी 2025 तक यह परम्परा चल रही है। इसमें अनेक मूर्धन्य कलाकारों ने अपना योगदान दिया है।
5 सन् 1921 से नित्य भागवत व शिवपुराण की परम्परा होने के कारण 104 वर्षों में अभी तक 551 भागवत व 642 शिवपुराण का नित्य पाठ 104 वर्षों में हो चुका है।
6. वर्ष में तीज त्योहारों पर अभिषेक, हरिकथा (रामजन्म से हनुमान जन्म तक हरिकथा व कृष्ण जन्म से दही हण्डी तक हरिकथा) श्रावण मास में पाँच ब्राम्हणों द्वारा रूद्र व महिम्न का अभिषेक प्रति सोमवार को होता है। साथ ही सभी त्यौहार, दीवाली, दशहरा, होली, श्रावणी, रंगपंचमी के साथ पांच दरबार (गुड़ीपाड़वा, दशहरा, मकर संक्रान्ती, वसन्त पंचमी व रंगपंचमी) का आयोजन संगीत, इत्रपान, बीड़ा मिष्ठान के होता है।
7. छत्री ट्रस्ट में स्थित मस्जिद में प्रति शुक्रवार की नमाज, शहर काजी द्वारा 104 वर्षों से की जाती है एवं सभी त्यौहार मनाये जाते हैं।
8. छत्रियों का निर्माण वैदिक परम्पराओं के अनुसार जीवन के संस्कार दुःखों से मुक्ती एवं षट विकारों (काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर) से छुटकारे के लिये स्वयं को ईश्वर की छत्र-छाया में रहने को प्रेषित करने स्थान को छत्री कहते हैं। उसके अनुरूप वर्तमान में जीवन-यापन एवं समय को अनुकूल बनाने के स्थान को भी छत्री कहते हैं।
9. छत्री ट्रस्ट शिवपुरी में 1930 से 2003 तक छत्री पाठशाला में विद्यार्थियों ने शिक्षा दान प्राप्त किया, साथ ही छत्री के पास ब्रम्हचारी आश्रम में 50 छात्र प्रतिदिन भोजन, दूध सन् 1955 से प्राप्त करते थे। छत्री पाठशाला में छात्रों को निशुल्क पुस्तकें, गणवेश एवं दूध व स्वल्पहार प्रतिदिन प्राप्त होता था।
10. छत्री के नगाड़ खाना प्रवेश द्वार पर सन् 1921 से 1975 तक शहनाई वादन व नगाड़ा वादन होता था।
11. पर्यावरण के लिये छत्री ट्रस्ट के कदम के वृक्ष (मित्र गायना परबीलोरम) को महावृक्ष पुरस्कार 1996 से दिल्ली में विज्ञान भवन एवं राष्ट्रपति भवन में अलंकृत किया गया है। सन् 1911 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा श्रेष्ठ जैव विविधता के लिये छत्री के उद्यान को अलंकृत किया गया है। ऑफिसर छत्री।



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